मनोज बाजपेयी ने अभिनेता बनने के लिए बिहार से दिल्ली आने के बाद एक लंबा सफर तय किया है. उन्होंने थिएटर में शुरुआत की और फिर 1994 में शेखर कपूर की प्रशंसित फिल्म बैंडिट क्वीन में एक छोटी भूमिका के साथ फिल्मों में शामिल हुए. तब से, उन्होंने सत्या (1998) के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और शूल के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड जीता. उनकी एक्टिंग की फैंस दीवानी है. फैंस उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं. एक इंटरव्यू में एक्टर ने खुलासा किया था कि जब वह पहली बार इंटरनेशनल फ्लाइट में गए थे, तो उन्हें नहीं पता था कि वहां शराब फ्री में मिलती है.
मनोज वाजपेयी ने पी ली थी शराब
कर्ली टेल्स के साथ एक इंटरव्यू में, अभिनेता ने फ्रांस में अपनी पहली विदेश यात्रा को याद किया. उन्होंने कहा, ‘जब मैं थिएटर कर रहा था, तब मैं पेरिस गया था, वह मेरी पहली इंटरनेशनल ट्रिप थी. फ्लाइट के दौरान मैंने शराब बिल्कुल नहीं ली, क्योंकि मुझे लगा था कि वे इसके लिए मुझसे पैसे लेंगे.’ मेरे पास पैसा नहीं है! थिएटर की वजह से मैं वहां एक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जा रहा था. तो वहां जाने के बाद मुझे पता चला कि वे इसे मुफ्त में परोसते हैं. वापस आते समय मैंने इतना पी लिया कि मैं बेहोश हो गया!”
चॉपस्टिक पर क्या बोले मनोज वाजपेयी
फ्रांस में रहते हुए उन्हें चॉपस्टिक से खाने की कोशिश करते हुए एक मजेदार अनुभव भी हुआ. उन्होंने आगे कहा, “जब मैं पेरिस गया था, मैं एक पार्टी में गया था, जहां ये (चॉपस्टिक्स) थे और लोग इसके साथ आराम से खा रहे थे. मैंने इसे आजमाया, हर बार जब मैं इसे पकड़ता, तो खाना नीचे गिर जाता. एक मेज के दूसरी तरफ से एक महिला आई, कांटा उठाया, और उसने कहा, ‘आप इसे भी इस्तेमाल कर सकते हैं. चिंता न करें, इसके लिए अभ्यास की जरूरत है.”
इन फिल्मों में दिखे थे मनोज वाजपेयी
मनोज को आखिरी बार डिजनी+ हॉटस्टार की फिल्म गुलमोहर में शर्मिला टैगोर, सिमरन और सूरज शर्मा के साथ देखा गया था. उनके पास डिस्पैच, सूप और जोरम जैसी फिल्में भी हैं जो रिलीज होने वाली हैं. अभिनेता से प्राइम वीडियो के द फैमिली मैन के तीसरे सीजन पर काम शुरू करने की भी उम्मीद है.