महाराष्ट्र के जलगांव में खाकी वर्दी को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिसकर्मियों ने पहले कुछ लड़कियों के जबरदस्ती कपड़े उतरवाए और फिर उनसे डांस कराया।
मामले का एक वीडियो भी सामने आया है और इस पर राजनीति तेज हो गई है। आज विधानसभा की कार्यवाही में यह मामला गूंजा जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने मामले में एक उच्च-स्तरीय जांच समिति बनाई है। समिति को दो दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, मामला जलगांव में महिला एवं बाल विभाग द्वारा चलाए जाने वाले एक हॉस्टल का है।
1 मार्च को कुछ पुलिसकर्मी और अन्य कुछ लोग जांच के बहाने इस हॉस्टल में घुस गए और लड़कियों के कपड़े उतरवाएं। इसके बाद उन्होंने लड़कियों से डांस भी कराया।
इस दौरान किसी ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया और इस वीडियो के वायरल होने के बाद ये पूरा मामला प्रकाश में आया है।
घटना का वीडियो सामने आने के बाद आज भाजपा ने इस मुद्दे को विधानसभा में जोर-शोर से उठाया और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, “अगर हमारे राज्य में मां-बहनों पर ऐसा अत्याचार हो रहा है तो इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है और यही वह समय है जब राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए। हमारी माता-बहनों को निर्वस्त्र करना महाराष्ट्र को शोभा देता है क्या?”
विधानसभा में नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मामले को गंभीर बताते हुए सरकार से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा कि घटना की वीडियो क्लिप जिस तरह से वायरल हुई है, उसे देखते हुए सरकार को इस मामले को संवेदनशीलता से लेना चाहिए और जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में सरकार बर्खास्त करने की मांग करना विपक्ष का अधिकार होता है।
भाजपा विधायकों के इस हंगामे के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सदन को सूचित किया कि मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय उच्च-स्तरीय समिति बनाई है जो दो दिनों में जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
उन्होंने कहा कि मामले से संबंधित सभी जानकारियां इकट्ठा की जा रही हैं और बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
इस पर मुनगंटीवार ने कहा कि पुलिस के पास पहले से ही सारी जानकारी मौजूद है।