एस मिश्रा, मैरवा
गुरुवार की दोपहर विधयक अमरजीत कुशवाहा के नेतृत्व में सैकड़ों माले कार्यकर्ताओं ने पोस्टर बैनर के साथ मार्च निकाल मैरवा थाने का घेराव किया। माले कार्यकर्ता मैरवा थानाध्यक्ष मनोज कुमार पर मनमानी करने एवं फर्जी मुकदमा कर बेगुनाहों को फंसाने का आरोप लगा रहे थे। कार्यकर्ता पुलिस के रवैए को लेकर भी काफी नाराज थे। कार्यकर्ताओं ने मैरवा के शिवपुर मठिया स्थित माले कार्यालय से आक्रोशपूर्ण मार्च निकाला जो मैरवा नगर क्षेत्र का भ्रमण करते हुए मैरवा थाने पहुंचा। कार्यकर्ता नौ सूत्रीय मांग पत्र लेकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए थानाध्यक्ष को हटाने की मांग कर रहे थे। माले कार्यकर्ता फरछुआ के एक युवक को फर्जी छेड़छाड़ के मामले में फंसाने को लेकर नाराज थे। माले नेता पुलिस पर पासपोर्ट इंक्वायरी में अवैध वसूली, अजीत ठाकुर पर हुए फर्जी मुकदमा को वापस लेने, भाकपा माले किसान संगठन की जमीन पर कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर दीवाल चलवाने और आरोपी पर कोई कर्रवाई नही करने, कोडरा के महा दलित महिला के साथ छेड़खानी के बाद पीड़ित को थानाध्यक्ष द्वारा डरा, धमका कर मुकदमा दर्ज नही करने, चुपचुपवा में पुलिसिया दमन बन्द करने तथा न्यायिक जांच कराकर निर्दोष लोगो पर हुए मुकदमा वापस लेने, इंग्लिश चट्टी पर एक लड़के से पुलिस द्वारा मोबाइल छीनने वाले पुलिस के खिलाफ मुदकमा दर्ज करने आदि की मांग कर रहे थे। इस दौरान माले नेता एवं कार्यकर्ता ने मैरवा थानाध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ता थानाध्यक्ष तथा मोबाइल छीनने वाले पुलिस पदाधिकारी एवं छेड़खानी का बिना जांच के मुकदमा करने वाले पुलिस पदाधिकारी एवं पासपोर्ट बनाने में अवैध वसूली करने वाले कर्मियों को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे। विधायक अमरजीत कुशवाहा का कहना था कि विधनसभा सत्र के दौरान कार्यकर्ताओ के द्वारा फरछुआ के एक इंजिनियर को फर्जी छेड़खानी के मामले में फंसाए जाने की सूचना मिलने जब उन्होंने थानाध्यक्ष से बात करने की कोशिश की तो वे फोन काट देते हैं। फिर फोन करने पर थानाध्यक्ष द्वारा फोन नही उठाना थानाध्यक्ष की मनमानी को दर्शाता है। इनका यह रवैया किसी सूरत में बर्दाश्त नही किया जा सकेगा। वे इस बात को सरकार के समझ रखेंगे। थाने के सब इंस्पेक्टर मैरवा की जनता को तबाह करते हुए रंगदारी वसूली रहे हैं। आए दिन क्षेत्र में चोरी की घटनाएं लगातार बढ रही हैं। छोटीमोटी चोरी, मोटर साइकिल चोरी आदि होने पर थाने में मुकदमा दर्ज नही होता है। असहाय लोगो को बात ही नही सुनी जाती। पासपोर्ट इंक्वायरी में अवैध वसूली की जाती है।
वहीं पूर्व जिला पार्षद उपेंद्र साह ने मैरवा पुलिस पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए कहा कि इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। शराब और भू माफिया को संरक्षण देने वाले थाना प्रभारी को निलंबित किया जाय। इसको लेकर माले नेताओ ने नौ सूत्रीय मांग पत्र देते हुए मामले की पुलिस अधीक्षक से जांच कराने की मांग की। थाना घेराव के लगभग पांच घंटे बाद मैरवा थाना पहुंचे एसडीपीओ फिरोज आलम के मामले की जांच कर कार्रवाई किए जाने के आश्वासन पर थाने का घेराव समाप्त हुआ।
इस दौरान माले नेत्री सोहिल गुप्ता, प्रखंड सचिव मुकेश कुशवाहा, पूर्व मुखिया अशोक प्रजापति, इंसाफ मंच के नेता इम्तियाज अंसारी, सिंटू सिंह, बडू सिंह समेत सैकड़ो माले कार्यकर्ता उपस्थित थे।