एस एन मिश्रा, मैरवा
मैरवा के महाराणा प्रताप नगर स्थित डॉ पवन कुमार राय के अस्पताल में धर्म जागरण समन्वय के तत्वाधान में धर्म रक्षा दिवस मनाया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए धर्म जागरण के क्षेत्र प्रमुख सूबेदार जी ने कहा कि धर्म रक्षा करते हुए स्वतंत्रता सेनानी स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती जी का बलिदान हुआ। उनकी असली श्रद्धांजलि यही है कि जिन कार्यों को वे करते थे उसे पुनः पूरा किया जाय। जहां जहां हिंदू समाज घट गया वह स्थान आज भारत में नहीं है। भारत के सुरक्षा की गारंटी केवल हिंदू समाज है, जनसंख्या कानून से कुछ होने वाला नहीं है। ऋग्वेद की एक ऋचा का उदाहरण देते हुए उन्होन बताया कि प्रत्येक मनुष्य को दस दस संतान पैदा करने चाहिए और अगर दस नही तो कमसे कम चार पांच संतान पैदा करना चाहिए। जब हम मनुष्य की बात करते हैं तो उसका अर्थ केवल हिंदू होता है। क्योंकि हम भगवन मनु की संतान हैं, देश में धर्मनांतरण, लव जिहाद पर चिंता व्यक्त किया और हिंदू समाज का आह्वान किया कि वह किसी सरकार के सहारे नही बल्कि अपने पौरुष के आधार पर अपनी सुरक्षा कर सकता है।भारत वर्ष में लाखों करोड़ों मठों पर महात्मा नहीं हैं। ज़ब हिन्दू समाज के लोग सिर्फ एक बच्चे पैदा करेंगे तो सेना में कौन जायेगा। साधू कौन बनेगा। इसके लिए समाज को जागरूक होने की जरूरत हैं। इस मौक़े पर जन्मेजय जी, गिरीश कुमार, आर्यन राय, रितेश सिंह,भारत भूषण जी, बाल्मीकि दुबे, अवध बिहारी गिरी, आशीष रंजन, अजित जी प्रशासन संजीव सिंह, मनोज सिंह, विद्यासागर बैठा, संजीव सिंह, कुंदन सिंह समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।