कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच महाराष्ट्र में संक्रमण के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।
यहां कई जिलों में कोरोना के साप्ताहिक मामलों की औसत और पॉजीटिविटी रेट राज्य की औसत से अधिक बनी हुई है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने जिलों को पाबंदियों से छूट देते समय संयम बरतने को कहा है।
राज्य की कोरोना टास्क फोर्स ने भी कहा है कि सरकार को तीसरी लहर के मुकाबले के लिए तैयार रहना चाहिए।
गुरुवार को मिले लगभग 10,000 मरीज
महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस के 9,844 मामले सामने आए और 197 मौतें हुईं। बुधवार को राज्य में 10,066 लोगों को संक्रमित पाया गया था और 163 मौतें हुई थीं।
इससे पहले राज्य में 16 जून को 10,000 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी और उसके बाद से दैनिक मामलों की संख्या लगातार 10,000 से नीचे रही। दो दिनों से यहां नए मामलों का ग्राफ ऊपर की तरफ जा रहा है।
चिंता पैदा कर रहे हैं ये आंकड़े
डेल्टा प्लस वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच राज्य के लिए 11 जिलों में साप्ताहिक औसत में बढ़ोतरी चिंता का विषय बनी हुई है। वहीं 10 जिले ऐसे हैं, जहां पॉजीटिविटी रेट राज्य की औसत (4.54 प्रतिशत) से अधिक है।
महाराष्ट्र में मामले बढ़ने की साप्ताहिक औसत 0.15 प्रतिशत है, वहीं सिंधुदुर्ग में यह 1.21 प्रतिशत, रत्नागिरी में 0.97 प्रतिशत, कोल्हापुर में 0.79 प्रतिशत, सांगली में 0.57 प्रतिशत, सतारा में 0.40 प्रतिशत, रायगढ़ में 0.39 प्रतिशत बनी हुई है।
टास्क फोर्स ने कही तैयारी की बात
महाराष्ट्र में बनती स्थितियों को देखते हुए कोविड टास्क फोर्स ने कहा है कि अगले 2-4 सप्ताह में तीसरी लहर का अलर्ट नहीं जारी किया गया है, लेकिन अगर यह पहले आती है तो राज्य को इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्वास्थ्य विभाग को उन जिलों में वैक्सीनेशन और टेस्टिंग बढ़ाने को कहा है, जहां कोरोना के मामले ज्यादा है।
ठाकरे ने इस बात पर भी जोर दिया कि जिलों को प्रतिबंध कम करने में जल्दबाजी नहीं करनी है और महामारी को फैलने के लिए कोई मौका नहीं दिया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि तीसरी लहर की आशंका के चलते स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत है।
इंडिया टुडे के अनुसार, रत्नागिरी, सतारा और सांगली आदि जिलों के जिलाधिकारियों से बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को ICU, ऑक्सीजन बिस्तरों और फील्ड अस्पतालों को लेकर योजना तैयार करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “हमें बहुत सावधान रहना होगा। अनलॉकिंग में जल्दबाजी नहीं करनी है। हर जिले को ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर होना है और प्रशासन को यह सुनिश्चित करना है कि जिले के हर भाग में ऑक्सीजन और मेडिकल उपकरण उपलब्ध हों।”
महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के 21 मामले सामने आ चुके हैं।
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि सात जिलों में 21 लोगों को इस वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है। इनमें से नौ रत्नागिरी, सात जलगांव, दो मुंबई और एक-एक पालघर, ठाणे और सिंधुदुर्ग जिले के रहने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन मामलों पर कड़ी नजर रख रही है और संक्रमण को रोकने के लिए टेस्टिंग बढ़ाई गई है।
महाराष्ट्र में संक्रमण की क्या स्थिति?
महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस के 9,844 मामले सामने आए और 197 लोगों की मौत हुई। इसी के साथ यहां संक्रमितों की कुल संख्या 60,07,431 हो गई है। इनमें से 1,21,767 सक्रिय मामले हैं, 57,62,661 लोग ठीक हुए हैं और 1,21,767 मौतें हुई हैं।