सोमवार शाम कोलकाता स्थित पूर्वी रेलवे मुख्यालय में लगी भीषण आग में सात लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में दमकल, पुलिस और रेलवे के अधिकारी शामिल हैं।
स्ट्रैंड रोड स्थित नई कोलियाघाट इमारत की 13वीं मंजिल पर सोमवार शाम 06:10 बजे आग लगी थी।
राज्य सरकार में मंत्री सुजीत बोस ने बताया कि मृतक अधिकारी राहत और तलाशी अभियान के लिए लिफ्ट में सवार होकर इमारत की ऊपरी मंजिल पर जा रहे थे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रात में घटनास्थल का दौरा किया और मौतों की पुष्टि की। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को 10 लाख रुपये के मुआवजे और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ममता ने कहा, “रेलवे का यह कार्यालय काफी पुराना है। सात लोगों की मौत हुई है। हमारे दमकल, RPF और पुलिस अधिकारियों की जान गई है। लिफ्ट में सवार होकर जाते समय वो आग की चपेट में आ गए। हमें उनके जले हुए शव मिले हैं। मौत की भरपाई नहीं हो सकती। हम मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये और परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने की घोषणा कर रहे हैं।”
ममता ने इस मौके पर रेलवे पर भी निशाना साधा।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “यह रेलवे का कार्यालय है। मुझे लगा रेलवे की तरफ से भी कोई आएगा, लेकिन कोई नहीं आया। रेलवे भी इसके लिए जिम्मेदार है। हमने बिल्डिंग प्लान मांगा था, लेकिन मुझे पता चला है कि उसमें भी सहयोग नहीं किया जा रहा। मैं इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करना चाहती। मृतकों की संख्या बढ़कर नौ भी हो सकती है।”
जान गंवाने वाले सात अधिकारियों में से अभी तक छह की पहचान हुई है।
जिन लोगों की पहचान हुई है उनमें दमकल अधिकारी गिरिश डे, सौरव बेज, अनिरूद्ध जाना, बिमन पुरकायत, असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर अमित भावल और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी पार्थसारथी मंडल शामिल हैं।
RPF के एक अधिकारी की अब तक पहचान नहीं हो सकी है।
बताया जा रहा है कि इमारत में लगी आग बुझाने के लिए दमकल विभाग की 25 गाड़ियों को लगाया गया था।
इसी बीच पूर्वी रेलवे ने घटना की जांच शुरू कर दी है। डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी कमल देव दास ने मीडिया से कहा कि पूर्वी रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी।
आग लगने के कारण पूर्वी रेलवे डिवीजन में यात्रियों को टिकट बुक करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कंप्यूटराइज्ड टिकट बुकिंग का सर्वर इसी इमारत में मौजूद है। बिजली चले जाने के कारण यह बंद हो गया।
प्रधानमंत्री ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘आग त्रासदी में हुई मौतों के बारे में जानकर दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है। घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’
वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे के बड़े अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। रेलवे राज्य को हर संभव मदद दे रहा है।