चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है।
वायुसेना ने बताया कि CDS रावत वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में संबोधन देने जा रहे थे। दोपहर के करीब CDS, उनकी पत्नी और स्टाफ को ले जा रहा वायुसेना का Mi 17 V5 हेलिकॉप्टर कुनूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी, स्टाफ और हेलिकॉप्टर के चालक दल के सदस्यों समेत 13 लोगों की मौत हो गई।
हेलिकॉप्टर में सवार एक अधिकारी चोटिल
वायुसेेना ने बताया कि हेलिकॉप्टर में सवार डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज से जुड़े ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एससी को चोटें आई हैं और उनका वेलिंगटन स्थित सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दुख व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने लिखा कि जनरल रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के दूसरे जवानों की मौत से दुख पहुंचा है। उन्होंने पूरी लगन से देश सेवा की।
रक्षा मंत्री ने जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS रावत की मौत पर दुख व्यक्त किया है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘तमिलनाडु में दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों की आकस्मिक मौत से गहरा दुख पहुंचा है। उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए अपूर्णीय क्षति है।’
उन्होंने लिखा कि जनरल रावत ने असाधारण साहस और लगन से देश की सेवा की थी।
देश के पहले CDS थे जनरल रावत
दिसंबर, 2016 में थल सेनाध्यक्ष बनने वाले जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं। सेनाध्यक्ष पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने 1 जनवरी, 2020 को तीन साल के लिए CDS पद संभाला था।
1978 में सेना से जुड़े थे जनरल रावत
शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल से पढ़े जनरल बिपिन रावत खड़कवासला राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से प्रशिक्षित थे।
सेना के साथ उनके सफर की शुरूआत दिसंबर 1978 में हुई, जब वो 11वीं गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन के साथ जुड़े। वो ‘स्वॉर्ड ऑफ हॉनर’ से सम्मानित थे।
जनरल रावत पूर्वी सेक्टर में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LOAC) के पास इनफ्रेंट्री बटालियन और कश्मीर घाटी इनफेंट्री डिविजन की कमान संभाल चुके थे।