पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी कर सुर्खियों में आईं पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा को लगातार धमकियां मिल रही हैं।
इसे लेकर उन्होंने दिल्ली पुलिस में एक FIR दर्ज करवाई है कि उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है।
दूसरी तरफ महाराष्ट्र की मुंब्रा पुलिस ने उन्हें समन भेजकर 22 जून को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है।
27 मई को नुपुर ने दिया था विवादित बयान
27 मई को एक समाचार चैनल पर नुपुर शर्मा ने ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे पर हो रही बहस के दौरान पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी।
उनकी यह टिप्पणी अरब देशों में सोशल मीडिया पर सबसे बड़ा मुद्दा बन गई।
उनके बाद एक और भाजपा नेता नवीन कुमार जिंदल ने भी सोशल मीडिया पर एक और विवादित टिप्पणी की।
विवाद बढ़ने पर भाजपा ने नुपुर पार्टी से निलंबित और जिंदल को निष्कासित कर दिया।
लश्कर से जुड़े आतंकी समूह ने दी धमकी
लश्कर से जुड़े एक आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल को धमकी देते हुए कहा कि वो इन टिप्पणियों का बदला लेगा। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नुपुर को धमकियों का सामना करना पड़ रहा है।
मुंब्रा पुलिस ने 22 जून को पेश होने को कहा
मुंब्रा पुलिस ने मंगलवार को नुपुर को समन भेजकर 22 जून को पेश होने के लिए कहा है। उस दिन उनका बयान दर्ज किया जाएगा। एक दिन पहले ही मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने कहा था कि नुपुर को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
गौरतलब है कि विवादित बयान को लेकर नुपुर के खिलाफ मुंबई, हैदराबाद और पुणे में कई FIR दर्ज हुई हैं। अब इन मामलों में उन पर शिकंजा कसा जा सकता है।
पुलिस विभाग ने शुरू की जांच- पाटिल
मंगलवार को ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव मुस्लिम वेलफेयर कमेटी ने ठाणे के अंंबरनाथ पुलिस थाने में नुपुर शर्मा के खिलाफ शिकायत देकर FIR दर्ज करवाई है।
वहीं इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने मुंबई में कहा कि विवादित बयान को लेकर नुपुर शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। पुलिस विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है। उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई को लेकर फैसला लिया जाएगा।
बयान को लेकर माफी मांग चुकी हैं नुपुर
अपनी टिप्पणी पर विवाद होने के बाद नुपुर ने अपने शब्द वापस ले लिए थे।
रविवार को पार्टी से निलंबित होने के बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि उनके सामने रोजाना टीवी डिबेट में उनके आराध्य शिवजी का अपमान किया जा रहा था और वह इससे रोष में आ गई और खुद को रोक नहीं पाई।
उन्होंने कहा कि अगर उनके शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची तो वह अपने शब्द वापस लेती हैं।
बयानों के कारण भारत को झेलनी पड़ रही है शर्मिंदगी
पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा नेताओं की विवादित टिप्पणियों से शुरू हुआ विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है और देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है।
ईरान, इराक, कुवैत, कतर, ओमान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लिबिया और इंडोनेशिया समेत अब तक 15 देश विवादित बयान पर अपना आधिकारिक विरोध दर्ज करवा चुके हैं।
कतर ने तो इस विवाद को लेकर भारत सरकार से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की है।
कुवैत में भारतीय सामानों का बहिष्कार शुरू
मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देने के बाद कुवैत में भारतीय उत्पादों का बहिष्कार भी शुरू हो गया है। यहां एक सुपरमार्केट ने भारतीय चावल और मसाले आदि बेचने बंद कर दिया है। कंपनी का कहना है कि पैगंबर का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।