फर्जी वैक्सीन का शिकार हो गई टीएमसी सांसद

महाराष्ट्र के बाद अब पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी फर्जी वैक्सीनेशन कैंप लगाकर घोटाला करने का मामला सामने आया है। इस कैंप में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था और उन्होंने भी कोविड वैक्सीन लगवाई थी।
वैक्सीनेशन होने का मैसेज न आने पर उन्हें शक हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसकी शिकायत के बाद कैंप लगाने वाले शख्स को गिरफ्तार किया गया है।

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IAS बन आरोपी ने किया था मिमी से संपर्क
मिमी चक्रवर्ती ने पुलिस को बताया कि खुद को IAS अधिकारी बताने वाले एक देवंजन देव नाम के शख्स ने उनसे संपर्क कर उनसे इस वैक्सीनेशन कैंप में मुख्य अतिथि के तौर पर आने को कहा था।
उन्होंने बताया, “उसने कहा कि वह ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांगों के लिए एक विशेष अभियान चला रहा है और इसमें मेरी उपस्थिति का अनुरोध किया था।”
आरोपी ने कहा था कि यह कैंप कोलकाता नगर निगम द्वारा लगाया जा रहा है।

इन बातों से हुआ मिमी को शक
देवंजन के इस अनुरोध के बाद मिमी इस कैंप में पहुंचीं और खुद कोविशील्ड वैक्सीन लगवाकर लोगों को इसके लिए प्रोत्साहित किया। उनके अलावा लगभग 250 लोगों ने कैंप में वैक्सीन लगवाई।
हालांकि इनमें से किसी को कोविन प्लेटफॉर्म से वैक्सीन लगाने का मैसेज प्राप्त नहीं हुआ जिसके बाद मिमी को शक हो गया।
मिमी ने यह भी नोटिस किया कि कोविन पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसी भी व्यक्ति का आधार कार्ड नहीं लिया गया।

जांच के लिए भेजी गईं शीशियां
शक होने के बाद मिमी ने कोलकाता पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसने आरोपी को गिफ्तार किया। मिमी ने बताया कि आरोपी देवंजन नीली बत्ती और फेक स्टीकर की एक गाड़ी इस्तेमाल कर रहा था।
आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि लोगों को जो वैक्सीन लगाई है, वह असली थी या नकली।
अभी तक कोई भी एक्सपायर्ड शीशी नहीं मिली है और उन्हें टेस्टिंग के लिए भेजा गया है।

बता दें कि पिछले हफ्ते ही मुंबई की एक हाउसिंग सोसाइटी में ऐसा ही घोटाला सामने आया था। कांदिवली की इस सोसाइटी के लगभग 400 निवासियों ने सोसाइटी में ही लगे एक कैंप में वैक्सीन लगवाई थी और कैंप लगाने वाले लोगों ने उनसे लगभग 5 लाख रुपये इकट्ठा किए थे।
हालांकि जब वैक्सीनेशन का कोई साइड इफेक्ट नहीं देखने को मिला और सर्टिफिकेट भी नहीं मिले तो उन्हें शक हुआ और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

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