बिहार में पत्रकार को जलाकर मार डालने पर एनयूजे, बिहार और एनयूजे, इंडिया ने जताया रोष
जिलावार विरोध प्रदर्शन व पटना में राज्यपाल को ज्ञापन देकर दोषियों को सख्त सजा दिलाने की होगी मांग
पटना।
‘नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स बिहार’ और ‘एनयूजे आई, दिल्ली’ ने बिहार के मधुबनी में 24 वर्षीय पत्रकार अविनाश झा के अपहरण के बाद जलाकर की गई हत्या को लेकर भारी रोष जताया है। संगठनों का कहना है कि बिहार में पत्रकारों पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं। राज्य के पत्रकार इससे असुरक्षित व भयभीत है। चार महीना पहले भी सिवान में एक पत्रकार को जलाकर मार डाला था। पिछले 8 साल में बिहार में 10 पत्रकारों की हत्या हो चुकी है। शराब व बालू माफियाओं के हमले में अबतक दो दर्जन से अधिक पत्रकार घायल हुए हैं। अधिकांश हमले के आरोपियों को सत्ता प्रतिष्ठान का संरक्षण प्राप्त रहा है, जिसके कारण उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाई। बिहार में पत्रकारों पर हमलों के खिलाफ बड़े पैमाने पर जिलावार प्रदर्शन किए जाएंगे और राज्यपाल को ज्ञापन देकर दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की जाएगी।
नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, बिहार (एनयूजे,बिहार) के अध्यक्ष राकेश प्रवीर और महासचिव कृष्णकांत ओझा तथा एनयूजे आई, दिल्ली के अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र व महासचिव सुरेश शर्मा ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि बिहार में जिस तरह से फर्जी अस्पतालों और नर्सिंग होम की असलियत उजागर करने पर एक पत्रकार को बेरहमी से मार डाला गया, उससे राज्य की नीतीश कुमार सरकार के प्रशासन की सच्चाई सामने आ गई है। संगठनों का कहना है कि एक तरफ देश में 16 नवंबर को प्रेस दिवस मनाने को लेकर तैयारियां हो रही हैं और दूसरी तरफ पत्रकारों की हत्या, गिरफ्तारी और तमाम पाबंदियों के खिलाफ पत्रकार जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं।
नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, बिहार के अध्यक्ष राकेश प्रवीर व महासचिव कृष्णकांत ओझा ने कहा है कि बिहार में पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले से दहशत का माहौल बना हैं। उन्होंने बिहार सरकार से पत्रकार अविनाश झा के परिजनों को 25 लाख रुपये तत्काल मुआवजा देने व दोषियों की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग की है।
श्री प्रवीर ने कहा है कि पत्रकारों पर हमलों के खिलाफ बिहार के सभी जिलों में बड़े पैमाने पर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा। पटना में राज्यपाल महोदय से मिलकर ज्ञापन देकर दोषियों को सख्त सजा दिलाने, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की जाएगी।