मुख्यमंत्रियों से प्रधानमंत्री ने कहा, करोना की दूसरी लहर हमें हर हाल में रोकनी होगी

देशभर में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में उछाल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं। ऑनलाइन हो रही इस बैठक का मुख्य मुद्दा ये उछाल और वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेजी लाना है।

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बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए हैं।

 

अनुपस्थित नेताओं की बात करें तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बैठक में शामिल नहीं हुए हैं।

 

बैठक के दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोरोना वायरस की उभरती हुई दूसरी पीक को तुरंत रोकना होगा और इसके लिए तुरंत और प्रभावी फैसले लेने होंगे।

 

उन्होंने कहा कि टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति को पिछले साल जितनी गंभीरता से ही लागू करने की जरूरत है और हर संक्रमित व्यक्ति के संपर्कों को कम से कम समय में ट्रैक करना और RT-PCR टेस्ट रेट 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है।

 

नई लहर में टायर 2 और 3 शहरों के प्रभावित होने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “हमें छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा। छोटे शहरों में रेफरल सिस्टम और एम्बुलेंस नेटवर्क के ऊपर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है।”

 

उन्होंने कहा कि वायरस को छोटे शहरों से गांवों में फैलने में समय नहीं लगेगा और अगर ऐसा होता है तो देश की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाएगी।

 

वैक्सीनेशन अभियान के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार लगातार बढ़ रही है और अभी रोजाना 30 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।

 

हालांकि उन्होंने कुछ राज्यों में वैक्सीन की खुराकें बर्बाद होने पर चिंता भी जताई औऱ कहा कि इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ये ऐसी चीज है तो नहीं होनी चाहिए और इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।

 

प्रधानमंत्री के इस संबोधन से पहले बैठक में देशभर में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति पर प्रेजेंटेशन दिया गया।

 

इसमें बताया गया कि हालिया समय में 150 जिलों में कोरोना के मामलों में 150 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया है। महाराष्ट्र की स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक है और अभी देशभर के 60 प्रतिशत मामले और 45 प्रतिशत मौतें महाराष्ट्र में सामने आ रही हैं।

 

प्रेजेंटेशन के अनुसार, पंजाब, गुजरात और छत्तीसगढ़ में भी स्थिति बेहद खराब है।

 

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, एक महीने पहले चार के मुकाबले अभी देश के 19 राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।

 

राष्ट्रीय आंकड़ों की बात करें तो मंगलवार को देश में 28,903 नए मामले सामने आए जो 11 दिसंबर के बाद सबसे अधिक हैं। इसी तरह 188 मौतें दर्ज की गईं जो 15 जनवरी के बाद एक दिन में सबसे अधिक हैं।

 

देश में अभी 2,34,406 सक्रिय मामले हैं और इनमें लगातार वृद्धि हो रही है।

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