3 जिलों के 13 अपराधी मिले…फिर पिता-पुत्र को किया किडनैप
रोहतास में व्यवसायियों के अपहरण का बनाया रूट चार्ट, 3 करोड़ की मांगी थी फिरौती
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
रोहतास पुलिस ने डेहरी से किडनैप व्यवसायियों को सकुशल बरामद कर लिया है। इसके साथ ही दो अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस ने व्यवसायी पिता-पुत्र अपहरण कांड का खुलासा करते हुए बताया कि 3 जिलों के 13 अपराधी मिले। रूट चार्ट तैयार किए…फिर अपहरण की घटना को अंजाम दिया। अपराधियों ने व्यवसायी के परिजन से 3 करोड़ की फिरौती मांग की थी।
बुधवार को एसपी विनीत कुमार ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 10 जून की शाम व्यवसायी अख्तर हुसैन और उनके बेटे आसिफ रजा का अपहरण की घटना की जानकारी मिली। घटना के समय दोनों डेहरी के पाली रोड स्थित अपने मोटर पार्ट्स शॉप को बंद कर बाइक से औरंगाबाद जिले के सीरीस गांव जा रहे थे। इसी दौरान रात 9 बजे उनका सोनपुल के पास अपहरण कर लिया गया। इसके बाद परिवार के सदस्य को कॉल आया, जिसमें 3 करोड़ रुपए की डिमांड की गई थी एसपी ने बताया कि घटना के बाद एसआईटी टीम का गठन किया। इस टीम ने पटना STF के साथ मिलकर तकनीकी जांच शुरू की। इसी दौरान नासरीगंज के रहने वाले अशोक साह उर्फ अशोक मास्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई।
पुलिस दाव में व्यवसायी को छोड़ भागा अपराधी
अशोक साह पहले भी नासरीगंज से एक व्यवसायी के अपहरण मामले में जेल जा चुका है। हाल में वह जेल से बाहर निकला था। पूछताछ में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए कांड में शामिल अन्य अपराधियों का नाम बताया। इनमें एक अपराधी छोटू राम को गिरफ्तार किया है। छोटू सासाराम जिले के मुफ्फसिल थाना के शाहपुर गांव का रहने वाला है।
रोहतास पुलिस ने दावा किया है कि SIT टीम और STF की लगातार छापेमारी के कारण अपराधियों ने अख्तर हुसैन और उनके बेटे आसिफ रजा को अमरा तालाब के पास छोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि अशोक शाह के पास से अपहरण में इस्तेमाल बाइक, चार मोबाइल, एक लैपटॉप और अपहरण का रूट चार्ट बरामद किया है।
रेकी के बाद किया किडनैप
एएसपी शुभांक मिश्रा ने बताया कि अपराधियों ने पहले मोटर पार्ट्स व्यवसायी की दुकान का रेकी किया। अपराधियों ने दुकान से सामान भी खरीदा था। अपराधियों ने रूट चार्ट के अनुसार किडनैप की घटना को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि अशोक साह के घर से एक डायरी मिली है, जिसमें सभी अपराधियों के नंबर है। इस घटना में औरंगाबाद, सासाराम और गढ़वा (झारखंड) के 13 अपराधी शामिल हैं। इनमें अभी तक दो अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं।
तीन करोड़ की थी डिमांड
अपराधियों ने तीन करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी, लेकिन बाद में 50 लाख तक मामला निपटाने पर सहमति बन गई थी। अपराधियों ने परिजन को धमकी देते हुए कहा था कि पुलिस को सूचना दी, तो जान मार देंगे। हालांकि, जानकारी यह भी मिली है कि परिवार की ओर से अपराधियों को कुछ रुपए दिए गए हैं। इसके बाद ही उन्हें छोड़ा गया है।
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