चारा काटने के लिए खेत में गई 17 साल की लड़की की हत्या
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क :
यूपी के अलीगढ़ में खेत में चारा काटने गई एक 17 साल की बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी गई. बच्ची का शव अस्तव्यस्त कपड़ों में खेत में उल्टा पड़ा मिला. पोस्टमॉर्टम में उसके जिस्म पर आधा दर्जन से ज़्यादा चोट के निशान मिले हैं. रेप की तस्दीक के लिए वेजाइनल स्वैब को जांच के लिए भेजा गया है. हाल ही में उन्नाव में चारा काटने गई तीन लड़कियों को ज़हर दिया गया था जिसमें दो की मौत हो गई थी.
बच्ची के घर में अब मातम है. वह पांच साल की उम्र से नानी के घर रहती थी. नानी को बुखार था इसलिए बकरी के लिए चारा काटने खेत चली गई. लौटी नहीं तो नानी ने गांव वालों को बताया. उन्हें खेत में उसकी लाश मिली. नानी कहती है कि उसका नीचे का कपड़ा खिसका हुआ था.
बच्ची की नानी से जब यह पूछा गया कि किस कंडीशन में थी जब आपने देखा? तो उन्होंने कहा ”हमने सिर नहीं देखा. हमें नहीं दिखाया. दोनों भाई गए थे. वो कह रहे थे कि पायज़ामा उतर रहा था उसका. इतना तो देखा कि उल्टी पड़ी थी हमारी बच्ची.”
पोस्टमॉर्टम के बाद बच्ची का शव लेकर घर वाले चले तो मानों पूरा शहर उमड़ पड़ा. गुस्साई भीड़ पूरे रास्ते में जय भीम, जय भीम के नारे लगाती रही. गुस्साई भीड़ ने बच्ची का शव रास्ते में रखकर जाम लगाने की कोशिश की लेकिन काफ़ी समझाने पर वे माने. लड़की की लाश की बुरी हालत और रेप के अंदेशे से सब नाराज़ थे.
लड़की की चाची ने कहा कि ”उसके संग गलत काम किया है. रेप किया है. उसे मार के डाल दिया. बहुत बुरे तरीक़े से मारा है. मुंह में मिट्टी और चेहरा बहुत भयंकर कर रखा है.”
बच्ची की मौत से पुराने अलीगढ़ में, जहां उसका परिवार रहता है, इतना तनाव हो गया कि बड़ी तादाद में आरएएफ को सड़कों पर उतारना पड़ा. कई थानों की फोर्स लड़की के गांव में तैनात की गई जहां वो नानी के घर रहती थी और पुराने अलीगढ़ में भी जहां उसके मां-बाप का घर है. नाराज़ भीड़ को मनाने में पुलिस को सारे दिन मशाक्कत करनी पड़ी.
अलीगाढ़ के एसएसपी मुनिरज ने कहा कि ”हम लोग जल्द से जल्द खुलासा करेंगे. पांच टीमें गठित कर दी हैं. गांव के लोग हम लोगों के साथ में हैं. पूरा सहयोग कर रहे हैं. हम जल्द से जल्द खुलासा करके जो दोषी हैं उनके खिलाफ सख़्त से सख़्त कार्रवाई करेंगे.”
तमाम सामाजिक राजनीतिक संगठनों के लोग भी वहां पहुंच गए, जिससे भीड़ और बेक़ाबू होने लगी. यूपी भीम आर्मी के अध्यक्ष सिकंदर बौद्ध ने कहा कि ”हाथरस की घटना हुई,कासगंज की हुई,भदोही की हुई,बलरामपुर की हुई और आज अलीगाढ़ में यह घटना हो गई. और इतनी निर्मम घटनाएं हो रही हैं. अब लड़कियां-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. यह जो सरकार है इसका लड़कियों से, महिलाओं से कोई लेना-देना नहीं है.”
हाथरस से लेकर अलीगाढ़ तक महिलाओं पर ज़ुल्म-ज़्यादती की इतनी घटनाएं हो चुकी हैं कि कई बार जनता के सब्र का पैमाना छलक जाता है. अच्छी पोलिसिंग के दावों और इतने एनकाउंटर के बावजूद यह अभी भी जारी है.कब रुकेगा किसी को पता नहीं.
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