Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
छपरा आइसोलेशन वार्ड से फरार हुए 19 बाल बंदी, शहर से गांव तक हड़कंप - श्रीनारद मीडिया

छपरा आइसोलेशन वार्ड से फरार हुए 19 बाल बंदी, शहर से गांव तक हड़कंप

छपरा आइसोलेशन वार्ड से फरार हुए 19 बाल बंदी, शहर से गांव तक हड़कंप

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क

बिहार में कोरोना की दहशत किस कदर है उसे छपरा मे घटी घटना से समझा जा सकता है. छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से सोमवार की रात 19 बाल बंदी खिड़की का ग्रील तोड़ कर फरार हो गये. इनमें से एक को मुहल्लावासियों के सहयोग से पकड़ लिया गया.

सीवान और गोपालगंज से आकर बाल सुधार गृह में रह रहे 38 बाल बंदियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. इसी दौरान इन बंदियों में से 19 बंदी आइसोलेशन सेंटर से भाग गये. सूचना मिलने के बाद आइसोलेशन वार्ड के निरीक्षण के लिए पहुंचे एसपी संतोष कुमार ने बताया कि कुछ कोरोना मरीजों के भागने की सूचना मिली थी.

जांच के दौरान 19 बंदियों के फरार होने की जानकारी मिली. उन्होंने बताया कि सभी फरार बंदी अपने-अपने घर चले गये हैं. कुछ बंदियों के घर पूछताछ की गयी तो पता चला कि कोरोना की दहशत से वह आइसोलेशन सेंटर से भाग गये. जल्द ही इन बंदियों को वापस आइसोलेशन सेंटर बुला लिया जायेगा. हालांकि, इस तरह की घटना से आइसोलेशन वार्ड की सुरक्षा पर पर सवाल खड़ा हो गया है.

आइसोलेशन भवन के अंदर सिर्फ डॉक्टर के ही जाने की मंजूरी है. वहीं, ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी का कहना है कि उनकी नियुक्ति गेट के पास है. अगर बंदी ग्रील तोड़कर पीछे से भागते हैं, तो इन लोगों पर निगरानी कैसे हो पायेगी. आइसोलेशन भवन में आम मरीजों के साथ 38 बाल बंदी भी भर्ती हैं. वहां पर सुरक्षा के लिए चार महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगायी गयी है.

इस दौरान कई अन्य अनियमितताएं भी समानें आयीं. इतने बड़े भवन की घेराबंदी के लिए करीब पचास जवान की नियुक्ति होनी चाहिए, सिर्फ पांच ही जवान आइसोलेशन भवन में नियुक्त है. वहीं, जवानों के लिए किसी भी तरह की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. भोजन के लिए पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में जाना पड़ता है.

 

यह भी पढ़े

 उत्तर प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन, शुक्रवार रात से सोमवार सुबह तक रहेगी बंदी

देश के बड़े व्यापारी नेता चार बार सांसद रहे श्याम बिहारी मिश्र का कोरोना संक्रमण से निधन

अब रोज नहीं खुलेंगे सैलून, पार्लर, रेडीमेड व कपड़े की दुकानें

 यूपी में बढ़ी और सख्ती, अब सार्वजनिक स्थान पर थूकने पर पांच सौ रुपया जुर्माना

जमानत मिलने के बाद भी एक सप्‍ताह तक रिहा नहीं हाे पाएंगे लालू यादव, समर्थकों में निराशा

Leave a Reply

error: Content is protected !!