बिहार के छपरा में 7 दिनों के अंदर मिले 2 नर कंकाल.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
छपरा के तरैया थाना क्षेत्र में एक सप्ताह के अंदर दो नर कंकाल बरामद हुए हैं. दोनों के परिजनों ने शव की पहचान कर ली है.नर कंकाल की पहचान माला एवं बाला के आधार पर की गई है. ग्रामीणों का दावा है कि यह नर कंकाल बाढ़ में डूब कर मरे शिवपूजन राय की है.इससे पहले 22 जून को टिकमपुर गांव में कमलेश सिंह के फुलवारी में भी एक नर कंकाल मिला था, जिसकी पहचान एक वर्ष पूर्व बाढ़ में डूबकर मरे आकुचक गांव के शनि कुमार के रूप में हुई थी.हालांकि, डीएनए जांच के बाद आधिकारिक तौर पर पुष्टि होगी.
ग्रामीणों का दावा है कि नर कंकाल के पास मिट्टी में गड़ा हुआ टी-शर्ट शनि कुमार का ही है. जिसकी एक वर्ष पूर्व बाढ़ में डूबने से मौत हुई थी. बताते चलें कि 22 जून को तरैया थाना क्षेत्र के टिकमपुर गांव में उसका नर कंकाल मिला था. यह नर कंकाल कमलेश सिंह के फुलवारी में मिला था. टिकमपुर के ग्रामीणों का कहना है कि एक महिला फुलवारी में घोंघा चुनने गई थी. तभी पेड़ के समीप एक नर कंकाल देखा. जिसकी सूचना उसने अन्य ग्रामीणों को दिया. सूचना पर आकुचक निवासी अवधकिशोर सिंह भी पहुंचे तो देखा कि जिस रंग का टी-शर्ट उनका बेटा डूबा था. उसी रंग का टी शर्ट में नर कंगाल में लिपटा हुआ है.
कंकाल को फॉरेंसिक लैब भेजा गया
29 जुलाई 2020 को मवेशियों के लिए चारा काटने के दौरान शिवपूजन राय की मौत बाढ़ में डूबने से हो गयी थी. जिनका शव काफी खोजबीन के बाद नहीं मिला था. रविवार को ग्रामीण दिलीप महतो शौच के लिए गया था. वहां बासवाड़ी में नर कंकाल देखा. जिसकी सूचना पूरे गांव में फैल गयी. जिससे ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गयी. जिसमें मृतक की पुत्री शिखा देवी एवं भावज रीता देवी ने नर कंगाल के पास हड्डी में लिपटे माला एवं बाला से पहचाना की यह कंकाल शिवपूजन राय की ही है. मृतक किसान के साथ-साथ धार्मिक प्रवृत्ति का भी व्यक्ति था. इसलिए माला और कड़ा पहनने के लिए क्षेत्र में प्रचलित था. घटना स्थल पर तरैया पुलिस ने पहुंच कर नर कंकाल को फॉरेंसिक लैब भेज दिया है.
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