पटना में दिनदहाड़े 20 लाख की लूट; कैश जमा करने बैंक जा रहे थे मैनेजर, अपराधियों ने ऐसे लूटा
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
पटना में दिनदहाड़े लूटपाट हुई है। अपराधियों ने फाइनेंस कंपनी के मैनेजर से 20 लाख रुपये लूट लिए। वह कैश जमा करने बैंक जा रहे थे। इसी दौरान अपराधी आए और कैश लूटकर फरार हो गए। घटना अगमकुआं थाना क्षेत्र के मौर्य विहार कॉलोनी की है। इधर, लूटपाट के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। सिटी एसपी पूर्वी बोले- अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही
इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस फाइनेंस कंपनी के मैनेजर से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि लूटपाट की सूचना मिली है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। सिटी एसपी पूर्वी संदीप कुमार ने कहा कि फाइनेंस कंपनी के मैनेजर से लूटपाट हुई है। पुलिस टीम को जांच के लगाया गया है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
यूनियन बैंक आफ इंडिया की शाखा में कैश जमा करने जा रहे थे
बताया जा रहा है कि भारत फाइनेंस कंपनी के मैनेजर अपने एक स्टाफ के साथ यूनियन बैंक आफ इंडिया की शाखा में 20 लाख रुपए जमा करने जा रहे थे। इसी क्रम में मोटरसाइकिल से आए अपराधियों ने हथियार के बल पर 20 लाख कैश से भरे बैग लूटकर फरार हो गए। अगमकुआं थाना प्रभारी ने बताया कि 20 लाख रुपए लूट की घटना की सूचना मिली है, लेकिन अभी तक थाना पर किसी तरह का कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर सीसीटीवी कैमरा को खंगाल में जुट गई है।
यह भी पढ़े
आक्रोश: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कोविड भवन निर्माण में घटिया सामग्री लगाने का आरोप
मशरक में बाइक सवार ने वृद्ध को मारा टक्कर,दो शख्स घायल
जदयू के मशरक प्रखंड कार्यकारणी विस्तार के बाद संगठन की मजबूती को जिलाध्यक्ष ने सौंपी जिम्मेवारी
जदयू के मशरक प्रखंड कार्यकारणी विस्तार के बाद संगठन की मजबूती को जिलाध्यक्ष ने सौंपी जिम्मेवारी
श्रीसाई मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पीटल में विश्व फिजियोथैरेपी दिवस धूमधाम से मनाया गया
श्री कृष्ण जन्मोत्सव 36वीं वाहिनी पीएसी रामनगर में बड़े धूमधाम से मनाया गया
सत्येन्द्र कुमार”बीनू”जैसा जुझारू कार्यकर्ता की जरूरत है बी जे पी को – शिव प्रकाश- संगठ मंत्री
क्या इंडिया गठबंधन को सिर्फ़ वोट-शेयर के अवसरवादी गणित के भरोसे ही नहीं रहने चाहिए?