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ज़िले के विभिन्न हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पदस्थापित 30 सीएचओ को परिवार नियोजन से संबंधित किया गया प्रशिक्षित: - श्रीनारद मीडिया

ज़िले के विभिन्न हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पदस्थापित 30 सीएचओ को परिवार नियोजन से संबंधित किया गया प्रशिक्षित:

ज़िले के विभिन्न हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पदस्थापित 30 सीएचओ को परिवार नियोजन से संबंधित किया गया प्रशिक्षित:

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बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ करने में सीएचओ की भूमिका महत्वपूर्ण: सिविल सर्जन
30 सीएचओ को दिया गया परिवार नियोजन से संबंधित प्रशिक्षण: प्रियंका कुमारी
परिवार नियोजन के साधनों में छाया सबसे अधिक कारगर: डिटीएल

श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार):

ज़िले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) को शहर के निजी होटल में परिवार नियोजन से संबंधित दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इसका उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, क्षेत्रीय आशा समन्वयक प्रियंका कुमारी, केयर इंडिया के डिटीएल आलोक पटनायक द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। प्रशिक्षक के रूप में जपाइगो के क्षेत्रीय कार्यक्रम पदाधिकारी विनय गुप्ता एवं केयर इंडिया के डीपीएचओ सोमेन अधिकारी व सनत गुहा ने सभी प्रखंड से आए 30 सीएचओ को परिवार नियोजन में अपनाए जाने वाले छाया एवं अंतरा के संबंध में विस्तारपूर्वक बताया।

 

बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ करने में सीएचओ की भूमिका महत्वपूर्ण: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ करने में सीएचओ की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण मानी गई है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी तरह के कार्यक्रमों का संचालन ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से किया जाता हैं। इस कारण सीएचओ की भूमिका अहम हो जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थापित स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मियों को बेहतर चिकित्सीय प्रबंधन से संबंधित जानकारी नहीं होगी तो किसी भी कार्यक्रम में लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो सकती है। समुदाय स्तर पर स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रमों, गतिविधियों एवं आउटरिच (आरोग्य दिवस) पर उपलब्ध सेवाओं में सुधार के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पदस्थापित सीएचओ की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है।

30 सीएचओ को दिया गया परिवार नियोजन से संबंधित प्रशिक्षण: प्रियंका कुमारी
क्षेत्रीय आशा समन्वयक प्रियंका कुमारी ने बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे परिवार नियोजन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ ही प्रजनन स्वास्थ्य को सुदृढ़ करते हुए स्वस्थ परिवार का निर्माण करना है। लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों का इस्तेमाल कर इस अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से ज़िले के सभी 30 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) को क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधन इकाई द्वारा शहर के निजी होटल में दो दिवसीय (आवासीय) प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन तीन महीने के लिए अनचाहे गर्भ से बचाने में काफी सहायक माना जाता है जबकि छाया एक गर्भनिरोधक साप्ताहिक टैबलेट हैं। इसे महिलाएं सप्ताह में एक बार सेवन करते हुए जब तक चाहें उपयोग कर सकती हैं। परिवार नियोजन के अस्थायी साधन के रूप में लोग अंतरा इंजेक्शन, कॉपर-टी, छाया, माला-एन, इजी पिल्स, कंडोम का उपयोग कर सकते हैं।

 

परिवार नियोजन के साधनों में छाया सबसे अधिक कारगर: डिटीएल
केयर इंडिया के डिटीएल आलोक पटनायक ने बताया कि छाया गोली का इस्तेमाल नवविवाहित दंपति, महिलाएं जिनका हाल ही में प्रसव हुआ हो और वे महिलाएं जो दो बच्चों के बीच अंतर रखना चाहती हैं, आसानी से इसका उपयोग कर सकती हैं। छाया गोली के सेवन से महिलाओं को माहवारी के दौरान खून कम निकलता है, जिस कारण उनलोगों में एनीमिया की रोकथाम में काफी मदद मिलती है। दंपतियों के लिए परिवार नियोजन के साधनों में सबसे अधिक सहज एवं सुलभ न्यू कंट्रासेप्टिव साप्ताहिक गोली छाया का नाम आता है। साप्ताहिक गोली छाया का महिलाएं तब तक सेवन कर सकती हैं, जब तक वह गर्भधारण नहीं करना चाहती हैं। इस गोली का शरीर पर किसी भी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। छाया टैबलेट की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि छाया नान स्टीराइडल और नान हार्मोनल गर्भनिरोधक है।

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