सारण में 40 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का होगा एनक्यूएएस प्रमाणीकरण

सारण में 40 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का होगा एनक्यूएएस प्रमाणीकरण

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

• जिलाधिकारी ने प्रत्येक प्रखंड से दो-दो सेंटर को तैयार करने का दिया आदेश
• एनक्यूएएस प्रमाणीकरण से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में आयेगी सुधार
• ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को मिलेगी उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं

श्रीनारद मीडिया, छपरा (बिहार):

छपरा  जिले के सुदुर ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को बेहतर और उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार प्रयासरत है। विभाग की मंशा है कि मरीजों को स्वच्छ और अच्छे वातारण में बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिले। इसको लेकर विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत तैयार किया जा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है।

 

जिलाधिकारी अमन समीर भी लगातार स्वास्थ्य सेवाओं की मॉनिटरिंग कर रहें है। जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि जिले के प्रत्येक प्रखंड से दो-दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत प्रमाणीकरण के लिए तैयार किया जाए। इसके लिए विभाग के द्वारा तैयारी शुरू कर दी गयी है। प्रत्येक प्रखंड से एक-एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का चयन कर लिया गया है और एनक्यूएएस के प्रमाणीकरण के लिए तैयार किया जा रहा है। इसको लेकर सीएचओ का क्षमतावर्धन किया जा रहा है। फिलहाल एक-एक सेंटर का अप्लाई किया जा रहा है।

स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप ढालना :

जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप ढालना है। इसके तहत स्वास्थ्य केंद्रों के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है। इन मानकों में साफ-सफाई, मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, उपकरणों की स्थिति, उपचार की प्रक्रिया और रोगियों की संतुष्टि शामिल हैं। साथ ही, मानक संचालन प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के पालन की भी जांच की जाती है। एनक्वास का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य केंद्रों को अपनी गुणवत्ता का आकलन करने और उसे सुधारने के लिए प्रेरित करना है, ताकि नागरिकों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।

इन पैरामीटर पर खड़ा उतरने वाला सेंटर होगा प्रमाणित:

डीपीसी रमेशचंद्र कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर परीक्षण किया जाता है। इनमें उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल हैं। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किए जाते हैं।

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलती हैं ये सेवाएं:

· प्रसव पूर्व जांच
· नवजात एवं शिशु सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
· बाल्यावस्था एवं किशोर सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
· परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक एवं सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल
· राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का सामान्य प्रबंधन
· बीमारियों का ओपीडी के माध्यम से सामान्य प्रबंधन
· गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, सामान्य प्रबंधन, क्षय एवं कुष्ठ रोग का सामान्य प्रबंधन
· नेत्र एवं इएनटी से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
· मौखिक स्वास्थ्य एवं दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं
· वृद्धावस्था केयर से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
· सामान्य चिकित्सीय आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं
· मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों की स्क्रीनिंग एवं सामान्य प्रबंधन

यह भी पढ़े

ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति द्वारा संचालित निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रमाण पत्र का किया गया वितरण

अंतर्राष्ट्रीय पेंटर आर्टिस्ट नीलोफर यार्माटोवा की कला भारत और उज्बेकिस्तान की चित्रकला विधा को देगी मजबूती

नामांकन की प्रक्रिया पूरी, जिला बार एसोसिएशन के चुनाव 28 फरवरी को

 सिवान की खबरें : मेंहदार में महाशिवरात्रि व महोत्सव की तैयारी शुरू

ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल में इंटर स्कूल मॉडल प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता सफलतापूर्वक संपन्न

Leave a Reply

error: Content is protected !!