चिंतामनपुर में सात दिवसीय हनुमत यज्ञ का भव्य समापन, साधना जी का प्रेरणादायी प्रवचन।
श्री नारद मीडिया, दारौंदा, सिवान, (बिहार)
*श्रीनारद मीडिया पर देश, दुनिया और आस पास के खबरों को पढ़ने के लिए नीचे लिंक को क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुडे* 👇
https://chat.whatsapp.com/BVRxBtIatkvIj1UBT9ug3Whttps://chat.whatsapp.com/BVRxBtIatkvIj1UBT9ug3W
*टेलीग्राम पर श्रीनारद मीडिया के खबरों को पढ़ने के लिए नीचे लिंक को क्लिक कर हमारे अफिसियल टेलीग्राम चैनल से जुडे* 👇
t.me/snmediagroup
सिवान जिला के दारौंदा प्रखण्ड क्षेत्र के चिंतामनपुर गांव में स्थित हनुमत मंदिर के प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय श्री हनुमत महायज्ञ का समापन 14 अप्रैल सोमवार को भव्य और भक्तिमय माहौल में संपन्न हुआ। इस धार्मिक आयोजन में क्षेत्र के हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और श्री हनुमान जी की आराधना कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
यज्ञ के अंतिम दिन प्रवचन के दौरान प्रसिद्ध कथावाचिका सुश्री साधना जी महाराज ने अपनी ओजस्वी वाणी में जीवन मूल्यों, भक्ति और मातृत्व की महिमा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “एक माता ही अपने पुत्र को चरित्रवान और वीर बना सकती है। माता अंजनी के संस्कारों ने ही पवनपुत्र हनुमान को अमर और पूजनीय बनाया। आज की माताओं को चाहिए कि वे अपने बच्चों में सत्य, साहस और भक्ति के बीज बोएं।”
आचार्य अमित मिश्रा जी के नेतृत्व में 11 ब्राह्मणों द्वारा पूरे यज्ञ कार्यक्रम में प्रतिदिन हवन, पूजन, पाठ और भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। श्रद्धालु प्रतिदिन बड़ी संख्या में शामिल होते रहे थे, पूजन अर्चन कर रहे थे व यज्ञ मण्डप की परिक्रमा कर रहे थे।
यज्ञ मंडप को भव्य तरीके से सजाया गया था,जो रात में अत्यंत आकर्षक दृश्य प्रस्तुत कर रहा था।
वही आचार्य आशीष गिरी ने कहा कि यज्ञ कराने से लोगों में आध्यात्मिक ऊर्जा और सामाजिक समरसता आती हैं।
समापन दिवस पर भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्र के लोगों के साथ दूर-दराज से आए भक्तों ने भी भाग लिया।यज्ञ के सफल आयोजन में ग्रामवासियों, स्थानीय युवाओं और महिलाओं ने तन-मन-धन से सहयोग किया। आयोजकों ने बताया कि आने वाले वर्षों में भी इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों को और भव्यता से किया जाएगा ताकि समाज में आध्यात्मिक जागरण और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा मिल सके।