बिहार में 48.23 प्रतिशत मतदान, 5 फीसदी कम हुई वोटिंग
बिहार में 2019 की तुलना में 5 फीसदी कम वोट पड़े हैं.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार निर्वाचन आयोग के अनुसार शाम 6 बजे तक बिहार में 48.23 प्रतिशत मतदान हुआ. औरंगाबाद में 50 प्रतिशत, गया में 52 प्रतिशत, नवादा में 41.50 प्रतिशत और जमुई में जमुई 50 प्रतिशत वोटिंग हुई. बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच आर श्रीनिवास ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले चुनाव की तुलना में 5 प्रतिशत कम मतदान हुआ है. बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने कहा कि आज प्रथम चरण का पोलिंग शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया है. 7903 मतदान केंद्र में मतदान हुआ.
बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की चार सीटों पर आज वोटिंग खत्म हो गई। पहले फेज में बिहार में 6,097 पोलिंग बूथ पर वोट डाले गए। पहले चरण की 4 सीटों पर शाम 6 बजे तक कुल 48.37 फीसदी मतदान हुआ। गया में सबसे ज्यादा 52 और नवादा में सबसे कम 41.50 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, औरंगाबाद और जमुई में 50 प्रतिशत मतदान हुआ है।इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद में 53.63, गया में 56.16, नवादा में 49.33 और जमुई में 55.21 प्रतिशत मतदान हुआ था।
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि इस बार नक्सल इलाके में वायु सेना के पांच हेलीकॉप्टरों का भी इस्तेमाल किया गया. वहीं भारी मात्रा में हमने शराब भी बरामद किया. इस बार भीषण कर्मी के कारण मतदान प्रतिशत में कमी आई. काफी कोशिश के बाद भी अधिक मतदान नहीं हुआ है. चुनाव के लिए घुड़सवार, हेलीकॉप्टर और बम निरोधक टीम की भी तैनाती की गयी थी.
वोटिंग प्रतिशत क्यों रहा कम?
- अत्यधिक गर्मी के कारण लोग मतदान केन्द्रों तक नहीं पहुंचे.
- मतदान केन्द्रों पर शेड, पेयजल आदि का पर्याप्त इंतजाम नहीं होना.
- गांवों में लोगों के घरों से मतदान केन्द्रों की अधिक दूरी.
- कई इलाकों में लोगों के बीच मतदान को लेकर जागरूकता की कमी.
- अलग-अलग जिलों से लोगों का पलायन.
2019 के मुकाबले 5 फीसदी कम वोटिंग
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनावास ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के मतदान की तुलना में इस बार 5 फीसदी कम वोटिंग हुई है। पोलिंग के दौरान 21 बैलेट यूनिट खराब हुए। सात मतदान केंद्र पर वोट बहिष्कार हुआ है। इन केंद्रों पर दस से कम वोट डाले गए।
शांतिपूर्ण संपन्न हुआ मतदान
ADG एस गंगवार ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले फेज के लिए बिहार में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। बिहार पुलिस के साथ अर्द्ध सैनिक बल लगाए गए थे। सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल किया गया। बम निरोधक दस्ता भी लगाए गए। चुनावी घोषणा के बाद गहन छापेमारी की गई। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पैरा मिलिट्री फोर्सेज की तैनात किए गए थे। 55 हजार जवान लगाए। जिसमें 40 हजार हथियारबंद जवान थे।
सिपाही की एसएलआर रायफल और 20 गोलियां चोरी
मतदान के दौरान नवादा में बूथ संख्या 234 से एक सिपाही की एसएलआर रायफल और 20 गोलियां चोरी हो गई। जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया। जमुई में शादी के बाद विदाई से पहले दुल्हन अपने दूल्हे के साथ वोट करने पहुंची।
चारों सीट पर एनडीए के मुकाबले आरजेडी के कैंडिडेट
एनडीए की तरफ से बीजेपी औरंगाबाद और नवादा सीट पर लड़ रही है, जबकि गया से हम के कैंडिडेट पूर्व सीएम जीतन राम मांझी मैदान में हैं। जमुई सीट पर चिराग के बहनोई अरूण भारती किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, चारों सीट पर इंडिया ब्लॉक की तरफ से आरजेडी के कैंडिडेट हैं।
बता दें कि औरंगाबाद, नवादा, गया और जमुई में कुल 38 प्रत्याशी मैदान में हैं। चार लोकसभा क्षेत्रों में 24 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें से 15 नक्सल प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की 153 कंपनियां तैनात की गई हैं। इन केंद्रों पर शाम 4 बजे तक वोटिंग हुई। जबकि, 9 विधानसभा में शाम 6 बजे तक वोट डाले गए.
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