छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के साथ मुठभेढ़ में 5 जवान शहीद, 10 से अधिक घायल.

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के साथ मुठभेढ़ में 5 जवान शहीद, 10 से अधिक घायल.

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए हैं और 10 अन्य जवानों के घायल होने की सूचना है। मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों के भी मारे जाने की संभावना है।

राज्य के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने शनिवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए। इस घटना में लगभग 10 अन्य जवानों के घायल होने की भी सूचना है।

अवस्थी ने बताया कि तर्रेम क्षेत्र में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था। दल जब क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी।

उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस घटना में कुछ नक्सलियों के भी मारे जाने की संभावना है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल जवानों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। इस संबंध में अधिक जानकारी ली जा रही है।

छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के तररेम थाना क्षेत्र के जोन्नगुड़ा जंगल में शनिवार दोपहर नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए। वहीं 12 घायल हैं। एक महिला नक्सली का शव भी मिला है। मुठभेड़ करीब तीन घंटे चली। घायल जवानों को निकालने के लिए एयरफोर्स के 17 हेलीकाप्टर और नौ एंबुलेंस को रुवाना किया गया है। आइजी बस्तर सुंदरराज पी बीजापुर पहुंच गए हैं। सुकमा व बीजापुर से बैकअप पार्टी रवाना की गई है। डीआइजी नक्सल आपरेशन ओपी पाल ने इसकी पुष्टि की है।

दुर्दांत नक्सली कमांडर हिड़मा की मौजूदगी की सूचना पर निकली थी 420 जवानों की फोर्स

मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से करीब 75 किमी दूर सिलगेर गांव के पास जोन्नगुड़ा के जंगल में नक्सलियों की बटालियन नंबर एक के कमांडर दुर्दांत नक्सली हिड़मा के होने की सूचना मिलने पर शुक्रवार को बीजापुर व सुकमा से डीआरजी (डिस्टि्रक्ट रिजर्व गार्ड), कोबरा बटालियन और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) के 420 जवानों को आपरेशन पर भेजा गया था। जोन्नगुड़ा के जंगल में फोर्स की एक टुकड़ी के पहुंचते ही घात लगाए नक्सलियों ने उन्हें एंबुश (चारो तरफ से घेरना) में फंसा लिया।

इसके बाद चारों तरफ से फायरिंग शुरू कर दी। साथियों को घायल होता देख जवानों ने भी फौरन मोर्चा संभाल लिया और जवाबी गोलियां बरसाने लगे। करीब तीन घंटे की लगातार फायरिंग के बाद भी रुक-रुककर गोलियां चल रही हैं। इस मुठभेड़ में डीआरजी के चार और कोबरा के एक जवान के शहीद हुए हैं। घायल जवानों को निकाला जा रहा है। फिलहाल इनमें नाम नहीं मिल पाए हैं। इलाका काफी दुर्गम होने के कारण इसमें काफी मुश्किलें आ रही हैं। डीआइजी नक्सल आपरेशन ओपी पाल ने कहा है कि जवानों की वापसी के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

बीजापुर के पुलिस मुख्यालय में चल रही बैठक

मुठभेड़ को लेकर बीजापुर जिला के पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक चल रही है। इसमें डीजीपी डीएम अवस्थी, स्पेशल डीजी नक्सल ऑपरेशन अशोक जुनेजा, इंटेलिजेंस आइजी आनंद छाबड़ा, डीआइजी ओपी पाल, आइबी डायरेक्टर समेत एसआइबी के आला अधिकारी शामिल हैं।

छत्‍तीसगढ़ में नक्‍सलियों और सुरक्षाकर्मियों की मुठभेड़

इससे पहले 23 मार्च को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने गश्त से लौट रहे डीआरजी जवानों की बस को आइइडी ब्लास्ट से उड़ा दिया। बस में 25 जवान सवार थे। इस हमले में ड्राइवर समेत पांच जवान शहीद हो गए, जबकि सात जवान घायल हैं।

– 6 अप्रैल 2010 में ताड़मेटला हमले में सीआरपीएफ के 76 जवानों की शहादत ।

– 25 मई 2013 झीरम घाटी हमले में 30 से अधिक कांग्रेसी व जवान शहीद।

– 11 मार्च 2014 को नक्‍सलियों के टहकवाड़ा हमले में 15 जवान शहीद।

– 12 अप्रैल 2015 को दरभा में 5 जवानों सहित ड्राइवर व एएमटी शहीद।

– मार्च 2017 में भेज्जी हमले में 11 सीआरपीएफ जवान शहीद।

इसे भी पढ़े..

Leave a Reply

error: Content is protected !!