श्रीनारद मीडिया, प्रभात कुमार मिश्रा, गया ( बिहार )
गया शहर में शारदीय नवरात्र के अवसर पर शहर के बीचोबीच आजाद पार्क में रामलीला का मंचन किया जाता है। पांच दशक पूर्व से चली आ रही इस परम्परा को श्री आदर्श लीला समिति ने आज भी बरकरार रखा है। शारदीय नवरात्र के अवसर पर शहर के आजाद पार्क में पिछले 55 वर्षों से इस कार्यक्रम का आयोजन होता आया है।
इस वर्ष आयोजित होने वाली कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार की शाम की गई। जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद जीतनराम मांझी, नगर विधायक सह बिहार सरकार के मंत्री डॉ प्रेम कुमार, मेयर गणेश पासवान, श्री आदर्श लीला समिति के अध्यक्ष कुमार गौरव एवं कार्यकारी अध्यक्ष संदीप कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद जीतनराम मांझी ने कहा कि किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन से नई पीढ़ी में संस्कार का समावेश होता है और रामलीला तो आदर्श और संस्कारों का हीं मंचन है।
रामलीला और रामायण से हमें धर्म और आदर्श के पथ पर चलकर जिंदगी जीने की कला सीखने का सौभाग्य प्राप्त होता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गया की धरती ज्ञान और मोक्ष की धरती है। राज्य और देश में हीं नहीं, पूरे विश्व में गयाजी की अपनी एक अलग गरिमा है। उन्होंने कहा कि हमे गर्व है कि हमलोग इस धरती पर जन्म लिए और यहां के पवित्र मिट्टी में पले बढ़े हैं।
वहीं श्री आदर्श लीला समिति के अध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि हमलोगों को इस आयोजन को सफल करने के लिए निरंतर एक माह पूर्व से तैयारी करना पड़ता है। अपने आदर्श और 55 वर्ष के परम्परा को कायम रखने के लिए हमलोग अपने पूर्वजों के द्वारा शुरू किए गए रामलीला को प्रस्तुत करते आ रहे हैं। इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से सभी की भागीदारी के लिए समिति की तरफ से साधुवाद देता हूं। उन्होंने बताया कि इस बार लखनऊ की चर्चित संस्था रिदम म्यूजिकल ग्रुप द्वारा रामलीला का मंचन किया जाएगा। जो 7 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम 6 बजे से रात के 11 बजे तक रामलीला का मंचन किया जाएगा। समिति की ओर से भक्तों और दर्शकों के लिए कार्यक्रम स्थल पर बैठने, पीने के लिए पानी आदि की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि इस बार रामलीला में राजा जनक का प्रतिज्ञा, सीता स्वयंवर, धनुष भंग, परमवीर महर्षि परशुराम का स्वयंवर में आगमन और राम लक्ष्मण का महर्षि परशुराम के साथ संवाद का मनमोहक और ज्ञान वर्धक प्रसंग का मंचन किया जायेगा। कार्यक्रम में शुभारंभ के दौरान लखनऊ से आए हुए कलाकारों ने अपनी कलाकारी व नृत्य दिखाकर दर्शकों का मन मोह लिया। मंच का संचालन प्रसिद्ध लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने किया।
मौके पर समिति के वरीय सदस्य शिव कैलाश डालमिया, पूर्व उपमेयर अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, अनिल स्वामी, मुकेश कुमार सवारिया, डॉ वीरेंद्र कुमार, गया शहर के चर्चित व्यवसाई सह समाजसेवी प्रमोद भदानी, पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी, सूरज बाबा, संजू श्रीवास्तव, लेखक अन्नतधीश सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे।