*69 साल के छात्र ने काशी विद्यापीठ में एलएलबी में किया टॉप, ExEn से रिटायर होने के बाद लिया था एडमिशन*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल पाकर छात्र छात्राओं में खुशी की लहर साफ देखने को मिली। छात्रों की अपेक्षा दोगुनी संख्या में छात्राओं ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया। वहीं इस साल एलएलबी में टॉप कर के गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले 69 वर्षीय छात्र (सीनीयर सिटिजेन) सुरेंद्र प्रसाद त्रिपाठी सबके लिये चर्चा का विषय बने रहे।
गोल्ड मेडलिस्ट 69 वर्षीय एलएलबी के छात्र सुरेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत में अपने वकालत में एडमिशन लेने का एक अलग ही किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि बचपन उनके परिवार के ही एक वकील ने विरोधी पार्टी से मिलकर उनके दादा को एक मुकदमे में हरवाया था। तभी से सुरेंद्र एक जज बनना चाहते थे, लेकिन बाद में वो एक इंजीनियर बने और नौकरी से रिटायर होने के बाद अपना सपना पूरा करने के लिये उन्होंने वर्ष 2017 में काशी विद्यापीठ से एलएलबी पूरी की है।
सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि उनका एडमिशन बीएचयू में बीटेक में हुआ था पर वह लॉ करना चाहते थें पर पिता के कहने पर उन्होंने वापस आईटी में एडमिशन ले लिया। इसके बाद बीटेक पास आउट करते ही उनकी नौकरी लग गई और लॉ का सपना वहीं रुक गया।
सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि उन्होंने 1975 में बीएचयू से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। यूपी पावर कॉरपोरेशन में सब ऑफिसर पद पर नौकरी लगने के बाद 20 साल तक ओबरा में सर्विस के बाद उनका ट्रांस्फर वाराणसी में हो गया। वह अगले 20 वर्ष वाराणसी में कार्यरत रहें। इस दौरान वह भेलूपुर, मछोदरी समेत कई क्षेत्रों में एक्सईएन पद पर कार्यरत रहे।
उन्होंने बताया कि 2012 में 65 वर्ष की आयु में उनका रिटायरमेंट हुआ। इसके बाद उन्होंने विभाग में एडवाइजर पद पर कार्य किया। 2017 में उन्होंने अपना पुराना सपना पूरा करने के लिए काशी विद्यापीठ में एलएलबी में एडमिशन लिया।