70 दिव्यांग बच्चों का किया गया मूल्यांकन
श्रीनारद मीडिया, चमन श्रीवास्तव, सीवान (बिहार):
दिव्यांगता को ताकत के रूप में उपयोग कर शिक्षा के क्षेत्र में ऊंची उड़ान भरने के लिए बीआरसी जीरादेई कार्यालय परिसर में गुरुवार को सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत 06 वर्ष से 18 आयु वर्ग तक के दिव्यांग बच्चों की शारीरिक जांच-सह-मूल्यांकन किया गया।
समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत बिहार शिक्षा परियोजना सिवान द्वारा आयोजित इस एक दिवसीय जांच शिविर में कुल 70 दिव्यांग बच्चों का मूल्यांकन किया गया। संसाधन शिक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इस जांच शिविर में बहरा, पैर हाथ से दिव्यांग, आंख, जन्म से दिव्यांग सहित कुल 21 प्रकार के दिव्यांग बच्चों की जांच की गई।
जांच के दौरान दिव्यांग पाए जाने वाले बच्चे को दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाने हेतु स्वावलंबन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने की सिफारिश की गई। ताकि बच्चे स्वयं स्वावलंबी, काबिल व सामर्थ्यवान बन परिवार, समाज व राष्ट्र का सहारा बन सके।
जानकारी देते हुए बीआरपी कुमारी सीमा ने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्थिति का आकलन कर उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता के साथ साथ अन्य सरकारी लाभ उपलब्ध कराना है। शिविर में जांच परीक्षण के दौरान बौद्धिक अक्षमता जांचकर्ता पंकज कुमार शर्मा, दिनेश त्रिपाठी, शिक्षक मिथिलेश कुमार प्रसाद, सुनील कुमार साह आदि मौजूद थे।
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