झारखण्ड में 10 लाख रुपये का इनामी नक्सली कमांडर जीवन कंडुलना ने किया आत्मसमर्पण.
12 साल पुराने मामले में गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने किया सरेंडर.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के कट्टर उग्रवादी और दस लाख रुपये के इनामी जीवन कंडुलना ने झारखंड के रांची जिला पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। रांची जिला पुलिस ने रविवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि नक्सली जीवन कंडुलना सारंडा का आतंक माना जाता था और कई कांडों में वांछित था। खूंटी जिले के रनिया गांव निवासी जीवन भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर था।
इस मौके मौजूद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जीवन के आत्मसमर्पण में उसके परिवार के सदस्यों का योगदान अहम रहा। नक्सली को कानूनी सहायता दी जाएगी। सजा के बाद नौकरी या व्यवसाय में मदद दी जायेगी। जीवन अब परिवार के साथ हज़ारीबाग ओपन जेल में भी रह सकता है। वहीं, जीवन कंडुलना ने कहा कि नक्सलियों के पोलित ब्यूरो के सदस्य और उनका परिवार अच्छा जीवन जीता है और संगठन में छोटे स्तर के लोगों की हालत खराब रहती है।
आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के 12 वर्ष पुराने एक मामले में गिरिडीह के आजसू सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने सोमवार को एमपी एमएलए के विशेष न्यायाधीश अखिलेश कुमार तिवारी की अदालत मे सरेंडर किया। अदालत ने उन्हें हाजिर होने का आदेश दिया था।
वरीय अधिवक्ता राधेश्याम गोस्वामी, राहुल गोस्वामी, वीणा कुमारी की दलील सुनने के बाद अदालत ने सांसद चौधरी को पांच पांच हजार रुपये के दो मुचलके पर जमानत पर मुक्त,करने का आदेश दिया है। वर्ष 2009 लोकसभा चुनाव के दौरान हजारीबाग जिले में आचार संहिता लागू थी। विभिन्न राजनितिक दलों द्वारा फूटपाथ दुकान एवं सरकारी स्थलों पर पार्टी का झंडा लगाया गया था।
तत्कालीन प्रखंड कृषि पदाधिकारी सदर हजारीबाग ने इसे आदर्श आचार संहिता का उलंघन मानते हुए आजसू पार्टी के प्रत्याशी चंद्र प्रकाश चौधरी, भाजपा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा, सीपीआई भुवनेश्वर प्रसाद महतो ,जेवीएम शिवलाल महतो, समाजवादी पार्टी प्रत्याशी दिगंबर कुमार मेहता के विरुद्ध हजारीबाग सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की थी।