गैर संचारी रोग ग्रसित मरीजों की जांच के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
– सभी स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित होगी गैर संचारी रोगों की जांच
– आशा व एएनएम घर-घर जाकर इकट्ठा करेगी सूचना
– सभी जानकारी एनसीडी पोर्टल पर किया जाएगा दर्ज
– जांच के लिए आशा व एएनएम को मिलेगी अतिरिक्त राशि
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया : (बिहार )
भारत सरकार द्वारा प्राथमिक स्तर पर गैर संचारी रोग ग्रसित मरीजों की जानकारी इकट्ठा करते हुए उन्हें जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिले के सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों एवं आशाओं को छः दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा व एसीएमओ डॉ. एस. के. वर्मा द्वारा संयुक्त रूप से सदर अस्पताल के प्रतिरक्षण सभागार में किया गया। प्रशिक्षण में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को इंडिया हाईपरटेंशन कंट्रोल प्रस्ताव एवं एपीसीडीसीएस के तहत गैर संचारी रोगियों की स्क्रीनिंग एवं रिपोर्टिंग की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण के साथ सिविल सर्जन द्वारा सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को ब्लड प्रेशर जांच के लिए किट भी दिया गया। कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में डब्लूएचओ के डॉ. रणवीर चौधरी, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. वी.पी. अग्रवाल, डॉ. विभाष झा मौजूद रहे। प्रशिक्षण में वरीय उपचार पर्यवेक्षिका मिस त्रिनिशा कुमारी, एनसीडी वित्त सलाहकार केशव कुमार झा एवं साईकोलोगिस्ट धीरेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित होगी गैर संचारी रोगों की जांच :
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि अब आशा व एएनएम द्वारा प्राथमिक स्तर पर गैर संचारी मरीजों की खोज करते हुए उन्हें जरूरी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों और एएनएम को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में स्वास्थ्य अधिकारियों को गैर संचारी रोग जिसमें कैंसर, डाइबिटीज, टीबी, कुष्ठ रोग आदि की प्रारंभिक जांच करने और आवश्यकता अनुसार उन्हें बाहर रेफर करने की जानकारी दी जाएगी।
आशा व एएनएम घर-घर जाकर इकट्ठा करेंगी सूचना :
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. वी.पी. अग्रवाल ने कहा कि घर-घर जाकर गैर संचारी रोगों से ग्रसित मरीजों की खोज क्षेत्र की आशाओं द्वारा की जाएगी । इस दौरान आशाओं द्वारा परिवार की सामान्य जानकारी के साथ-साथ समुदाय आधारित मूल्यांकन प्रपत्र (सी-बैक फॉर्म) भरा जाएगा जिसमें परिवार के सदस्यों की स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी इकट्ठा की जायेगी। सी-बैक फॉर्म के आधार पर चिह्नित मरीजों की का एएनएम द्वारा स्क्रीनिंग की जाएगी । स्क्रीनिंग में सम्भावित रोग से ग्रसित पाए गए मरीजों को बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।
सभी जानकारी एनसीडी पोर्टल पर किया जाएगा दर्ज :
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि आशाओं द्वारा क्षेत्र के सामान्य लोगों की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी सी-बैक फार्म में दर्ज कर एएनएम को दी जाएगी। एएनएम उक्त जांच की सूचना को एनसीडी पोर्टल पर दर्ज करेंगी । प्रशिक्षण में सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत 10 एएनएम को पोर्टल पर सूचना दर्ज करने की जानकारी दी जाएगी।
जांच के लिए आशा व एएनएम को मिलेगी अतिरिक्त राशि :
गैर संचारी रोगों की जांच में शामिल आशा व एएनएम को अतिरिक्त राशि दी जाएगी। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि आशाओं द्वारा लोगों का सी-बैक फॉर्म भरने के बाद चिह्नित व्यक्तियों को सामान्य स्क्रीनिंग होने पर 10 रुपये प्रति व्यक्ति दी जाएगी। एएनएम को स्क्रीनिंग के बाद व्यक्ति की जानकारी एनसीडी पोर्टल पर दर्ज करने पर 10 रुपये प्रति फॉर्म दिया जाएगा।
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