युवक ने प्रेमिका और दो बच्चों को नहर में फेंका
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क :
गुरुग्राम में लिव-इन में रहने वाला एक युवक अपनी पार्टनर और उसके बच्चों को अगवाकर टिमकिया कोठी के पास मेरठ-गाजियाबाद की गंग नहर में 27 फरवरी की रात को धक्का देकर फरार हो गया। इस हादसे में दोनों बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि महिला सकुशल बच गई। उत्तर प्रदेश पुलिस ने डेढ़ वर्षीय अंकुर के शव को 28 फरवरी को बरामद कर मोर्चरी में रखवा दिया था। उसकी पहचान नहीं हो पाई थी, जबकि महिला की छह वर्षीय बच्ची के शव को पुलिस ने बुधवार सुबह मेरठ से बरामद किया। खेड़की दौला थाना पुलिस ने महिला की शिकायत पर लिव-इन पार्टनर और उसकी मां सहित अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मंगलवार को मामला दर्ज किया गया था।
गांव भांगरोला निवासी सायरा उर्फ रजनी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी पहली शादी शेख अली से हुई थी और करीब ढाई साल पहले टॉवर से गिरने से उसकी मौत हो गई थी। उससे एक बेटी तोहिदा खातून थी और उस दौरान तीन महीने का एक बच्चा भी पेट में था। इस दौरान गढ़ी हरसरु के मनोज ने उसे सोनू से मिलवाया था। वह सोनू के साथ लिव-इन में पत्नी की तरह रहने लगी। करीब छह महीने के बाद उसे बेटा हुआ। उसका नाम अंकुर रखा। सोनू और उसकी मां रविता बेटा और बेटी से नफरत करते थे। दोनों बच्चों और उसे भी पीटते थे। घर में ठीक से भी नहीं रखते थे।
27 फरवरी की रात को लेकर गया था सोनू
महिला ने पुलिस को बताया कि 27 फरवरी को सोनू ने उसके साथ मारपीट की थी। इसके बावजूद उसकी मां ने सोनू का ही पक्ष लिया। 27 फरवरी को रात 11 बजे सोनू, रविता और सचिन उसे जबर्दस्ती कार में लेकर चले गए। केएमपी से होते हुए गाजियाबाद ग्यासपुर खिदौड़ा मार्ग पर स्थित नहर पर पहुंचे। वहां पर देर रात महिला रजनी, बेटा अंकुर और तोहिदा खातून को नहर में धक्का देकर फरार हो गए। महिला को किसी ने निकाल लिया और उसके गांव भांगरौला में छोड़ा दिया। महिला ने दो फरवरी को थाना खेड़की दौला में इस संबंध में मामला दर्ज करवाया।
पुलिस ने चार को किया गिरफ्तार
डीसीपी मानेसर वरुण सिंगला ने बताया कि इस मामले में बुधवार को आईपीसी की धारा 302, 307 और 201 की धारा को जोड़ा गया है। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें आरोपी सोनू यादव (28), उसका रिश्तेदार सचिन निवासी जिला बागपत (32), सोनू के भाई प्रदीप उर्फ गोलू निवासी गांव भांगरौला (33) और सोनू की मां रविता (55) निवासी गांव भांगरौला जिला गुरुग्राम को गिरफ्तार किया। सभी को गुरुवार कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
माली हालत नहीं थी ठीक
डीसीपी मानेसर वरुण सिंगला ने बताया कि आरोपी सोनू डिलीवरी ब्वॉय का काम करता है। महिला और बच्चों के साथ करीब दो साल से रह रहा था। वह पार्टनर की छह साल की बेटी और डेढ़ साल के बेटे से नफरत करता था। इन दिनों उसकी माली हालत भी ठीक नहीं थी। इसी कारण उसने इन से पीछा छुड़ाने के लिए इस वारदात को अपने रिश्तेदारों से मिलकर अंजाम दिया। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद दोबारा से अपने गांव में आकर आराम से रहने लगे थे।
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