खेत में पटवन कर रहे थे किसान, अचानक सामने निकल आई लाश, छानबीन
से खुला मर्डर का राज
श्रीनारद मीडिया, सटेट डेस्क :
बिहार के नवादा जिले में पिछले नौ दिनों से गायब वारिसलीगंज एसएन सिन्हा कालेज के रात्रि प्रहरी बलभद्र सिंह का शव मसनखावां गांव से उतर कुटरी पंचायत की मरलाही नदी से मिला है. कोचगांव निवासी 61 वर्षीय बलभद्र का शव बालू में दफन कर के छिपाया गया था. दरअसल सोमवार को मसनखावां से उतर कुटरी पंचायत की मरलाही नदी के पास स्थित खेत में कुछ किसान गेहूं का पटवन कर रहे थे. इसी बीच कुछ कुत्तों ने बालू को खोदते-खोदते शव को निकाल डाला.
देखते ही देखते भीड़ मरलाही नदी में उमड़ने लगी. जब कुते द्वारा खोदे गए बालू को जब थोड़ा हटाया गया तो सड़ी गली अवस्था में शव नजर आने लगा. ग्रामीणों द्वारा तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस द्वारा बीडीओ सत्यनारायण पंडित तथा पकरीबरावां के एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा को सूचना दी गई. जब पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों का दल पहुंच कर शव निकलवाया. मृतक के पुत्र सह घटना के सूचक प्रह्लाद कुमार द्वारा शव के एक हाथ के अंगुली का कुछ भाग कटे रहने की बात कह अपने अपहृत पिता बलभद्र सिंह के रूप में पहचान की गई.
पुलिस ने तत्काल शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नवादा भेजा. पिछले 22 तारीख से गायब अपने पिता बलभद्र सिंह का पुत्र प्रह्लाद कुमार ने काफी खोजबीन बाद 24 फरवरी को स्थानीय थाना में लिखित सूचना देकर प्राथमिकी दर्ज करवाई थी. इस बीच पुलिस शक के आधार पर भोला को पूछताछ के लिए थाना लेकर आई थी.
पुलिस की पूछताछ के दौरान भोला ने बलभद्र सिंह की हत्या कर शव को मरलाही नदी में दफना देने की बात कही, तब 25 फरवरी की देर शाम पुलिस टीम भोला को साथ लेकर मरलाही नदी गई. उसके बताए स्थानों पर खुदाई भी करवाई गई लेकिन शव नहीं मिला था. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ कर रही है वहीं अन्य की गिरफ्तारी के लिए आगे जुट गई है.
यह भी पढ़े
कांग्रेस ने विश्वविधालयों से लेकर सरकारी प्रसार माध्यमों तक सारी संस्थाओं पर कब्जा किया था
दीदी के बाहुबली ‘भाई जान’, जिसके लिए SC पहुंचे पंजाब के कप्तान.
ठेकेदार द्वारा मांझी रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म तोड़ दिए जाने से रेल यात्रियों में असंतोष