*बीएचयू छात्र ने ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टर पर लगाया लावारिस वृद्धा का इलाज न करने का आरोप*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एमबीए छात्र श्लोक गुप्ता ने ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों पर लापरवाही और जानबूझ कर मरीज का इलाज ना करने का आरोप लगाया है। छात्र का आरोप है कि ट्राम सेंटर में एक लावारिस वृद्धा जिनकी हालत बेहद गंभीर है डॉक्टर उनका इलाज नहीं कर रहे। छात्र ने यह भी आरोप लगाया कि सिटी स्कैन और एक्सरे करवाने के बाद भी डॉक्टर ने वृद्धा का केस हाथ में लेने से मना कर दिया।बीएचयू छात्र श्लोक गुप्ता ने बताया कि वह अपने किसी परिचित का एक्सिडेंट होने पर इलाज करवाने ट्रामा सेंटर आये थे। जब वहां से इलाज के लिए डॉक्टरों से बात करने के बाद वह जाने लगे तो श्लोक को ट्रामा सेंटर में ही लगभग 70 साल की एक वृद्ध महिला गंभीर अवस्था में दिखी। जब इधऱ उधर और गार्ड से पूछा तो पता चला कि वृद्ध महिला लावारिस है। श्लोक के अनुसार जब वह वृद्ध महिला को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो डॉक्टर ने जिम्मेदारी लेने पर इलाज करने को कहा और सिटी स्कैन के लिए भेज दिया। जब श्लोक सिटी स्कैन करवाने गए तो वृद्धा को सीने में काफी दर्द था, जिसके कारण वह लेट बैठ नहीं पा रही थीं। श्लोक के अनुसार जब वह सिटी स्कैन करवा कर वापस आये और डॉक्टर को वृद्धा के सीने के दर्द में बताते हुए एक्सरे के लिए कहा तो डॉ ने कहा कि कहा कि वृद्धा के सीने की हड़्डी नहीं टूटी है। श्लोक ने कहा कि फिर भी डॉक्टर से जिद करने पर एक्सरे के लिए लिखवाया गया और एक्सरे में पता चला कि वृद्धा की चेस्ट की हड्डी टूटी है। इसके बाद वह डॉक्टर के पास वापस गए तो डॉक्टर ने इलाज के लिए साफ मना कर दिया और कहा कि यह पुराना मैटर है और लावारिस है, इसलिए हम इस केस को नहीं लेंगे।