तो पानी पर इस तरह ‘तैरेगा’ व्यापार.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
जहाजरानी मंत्रालय द्वारा आयोजित मेरीटाइम-2021 में पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि 23 राष्ट्रीय जलमार्ग विकसित किए जाएंगे। देश में कौन-कौन से जलमार्ग हैं? क्यों जलमार्ग को बढ़ावा दिया जा रहा है? इस पर विशेष रिपोर्ट:
हल्दिया वाराणसी राष्ट्रीय जलमार्ग-1के चालू होने के बाद आई गति: प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 12 नवंबर, 2018 को हल्दिया-वाराणसी राष्ट्रीय जलमार्ग-1 को चालू किया गया था। उसके बाद से ही इन परियोजनाओं में गति आई है। राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 के अंतर्गत देश में राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू) के रूप में 111 जलमार्ग घोषित किए गए हैं।
- 4 राष्ट्रीय जलमार्ग हैं, जो देश में सबसेलम्बे हैं। शेष 107 मार्ग सामान्य हैं
- 2890 किमी- पहला सबसे लंबा राष्ट्रीय जलमार्ग। यह तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से होकर गुजरता है
- 1620 किमी – दूसरा सबसे लम्बा राष्ट्रीय जलमार्ग, जो उत्तर प्रदेश , बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से गुजरता है
- 5 किमी लम्बा-सबसे छोटा राष्ट्रीय जलमार्ग-69 है, जो सिर्फ 5 किमी लम्बा है। यह तमिलनाडु से गुजरता है। दूसरा सबसे छोटा राष्ट्रीय जलमार्ग-12 है, जो 5.5 किमी लम्बा है और उत्तर प्रदेश से गुजरता है
अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग की स्थिति: भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आइडब्लूएआइ) के अनुसार 31 अगस्त 2018 को, आइडब्लूएआइ ने राष्ट्रीय जलमार्ग – 1 में गंगा नदी की जटिल आकृति विज्ञान, जल विज्ञान, तीव्र मोड़, धाराएं आदि को ध्यान में रखते हुए माल और यात्रियों के परिवहन के लिए 13 मानकीकृत अत्याधुनिक डिजाइन सार्वजनिक किया है जिनमें सर्वप्रथम वाराणसी-हल्दिया है।