SBI के मैनेजर पर मुकदमा,क्यों कर दिया था मैट्रिक परीक्षा का पर्चा रखने से इनकार.
दरभंगा नगर आयुक्त पर चलेगा विशेषाधिकार हनन का मामला.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षाओं के दौरान परीक्षा का प्रश्न पत्र रखने से इंकार कर देने वाले शाखा प्रबंधक के खिलाफ पुलिस ने थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है। मामला एसबीआई मेन ब्रांच मधुबनी और एसबीआई की जयनगर ब्रांच का है।
मिली जानकारी के अनुसार मधुबनी नगर थाने में नगर परिषद के सिटी मैनेजर और जयनगर थाने में सीओ ने ब्रांच मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। जो घटनाक्रम बताया जा रहा है उसके मुताबिक ब्रांच मैनेजर ने यह कहते हुए मैट्रिक परीक्षा के प्रश्न पत्र रखने से इंकार कर दिया कि उनके यहां सिर्फ कैश रखने के लिए चेस्ट का इस्तेमाल किया जाता है। प्रश्न पत्र जमा कराने गए कर्मचारियों से ब्रांच मैनेजर ने कहा था कि बैंक में बाहरी लोगों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए प्रशासन को कोई और व्यवस्था करनी चाहिए। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
परीक्षा के दौरान पेपर लीक को लेकर हुआ था बवाल
गौरतलब है कि मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन पहली पाली में सामाजिक विज्ञान की परीक्षा का पर्चा लीक हो गया था। सुबह आठ बजे से ही यूट्युब चैनल और वाट्सएप ग्रुप पर परीक्षा का प्रश्नपत्र वायरल हो गया। पर्चा लीक होने के चलते बिहार बोर्ड ने शुक्रवार को 10 वीं कक्षा के लिए हुई सामाजिक विज्ञान की परीक्षा रद की थी। 20 फरवरी को अंग्रेजी की परीक्षा का पर्चा लीक होने की अफवाह को लेकर पटना में छात्रों ने जमकर तोड़फोड़ की थी। हालांकि बाद में वह पर्चा असल प्रश्न पत्र से मैच नहीं हुआ।
विधानमंडल के चालू सत्र में सरकारी कार्यक्रम का आयोजन करना दरभंगा के नगर आयुक्त को महंगा पड़ सकता है। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उन पर विशेषाधिकार हनन का मामला चलाने की बात कही है। यही नहीं, सभाध्यक्ष ने सरकार को यह नसीहत भी दी कि वह एक ऐसा पत्र जिलों को जारी करे, जिसमें चलते सत्र में इस तरह का कोई आयोजन नहीं हो, जिसमें सदन के सदस्यों को शामिल होने की अनिवार्यता हो।
बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के संजय सरावगी ने कहा कि दरभंगा में कूड़ा निस्तारण केंद्र का उद्घाटन होना है। नगर आयुक्त के निर्देश पर सिटी मैनेजर ने मोबाइल पर संदेश दिया कि उन्हें कार्यक्रम में शामिल होना है। अभी सदन की कार्यवाही चल रही है। ऐसे में अगर उस कार्यक्रम में शामिल हुआ तो विधायी कार्य में बाधा उत्पन्न होगी। अधिकारियों को पता है कि अभी सदन चल रहा है। बावजूद इसके ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर सदन के सदस्यों के अधिकार का हनन करने की कोशिश की जा रही है।
सरावगी के इतना कहते ही राजद के ललित कुमार यादव सहित पक्ष-विपक्ष के दो दर्जन सदस्य अपनी सीट पर खड़े हो गए और संबंधित अधिकारी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन चलाने की मांग करने लगे। सभाध्यक्ष ने कहा कि यह मामला गंभीर है। सदन के सभी सदस्यों से जुड़ा है। इसलिए उक्त अधिकारी पर विशेषाधिकार हनन का मामला चलेगा। साथ ही सरकार को आदेश दिया कि वह एक पत्र जारी करे कि अभी इस तरह का कोई कार्यक्रम आयोजित न हो, जिसमें सदन के सदस्यों को जाना जरूरी हो।