महिला दिवस: टीकाकरण कराने के लिए उत्साहित होकर पहुंची बुजुर्ग महिलाएं, बिना डरे ली वैक्सीन
• जिले में 41 जगहों पर बनाए गये थे टीकाकरण केंद्र
• सभी सत्र स्थलों को दिया गया आकर्षक रूप
• “ऑन द स्पॉट” ऑनलाइन हुआ पंजीकरण
• जीविका दीदियों को भी लगाया गया कोरोना का टीका
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)
छपरा ।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर टीकाकरण के लिए महिलाओं की उमड़ती भीड़ और योगदान ने टीकाकरण की सफलता में उनकी महती भागीदारी दिखाई है। वहीं प्रत्येक केंद्र पर टीकाकरण के प्रति उनकी संवेदना ने समाज के प्रति उनके उस रवैये से भी पर्दा उठाया है जिसमें वह हमेशा से स्वस्थ्य समाज की उन्नित चाहती हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोविड-19 टीकाकरण अभियान को बुजुर्ग महिलाओं को समर्पित किया गया। प्रत्येक टीकाकरण केंद्रों पर विशेष रूप से अधिक से अधिक महिलाओं को टीका लगाया गया। जिले में 41 जगहों पर टीकाकरण केंद्र बनाए गये थे| सभी केद्रों को आकर्षक रूप दिया गया। टीकाकरण केंद्र पर आने वाली बुजुर्ग महिलाओं का आदर व सम्मान के साथ स्वागत किया गया तथा उनका टीकाकरण कराया गया। टीका लेने के बाद अधिकतर महिलाओं ने चिकित्सा कर्मियों को धन्यवाद देते हुए अपना आशीर्वाद भी दिया। टीका लेने के बाद हर किसी ने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि हमारे वैज्ञानिकों ने इतने कम समय में हमारे लिये सुरक्षा कवच(वैक्सीन) बनाया और आज महिला दिवस के अवसर पर हम महिलाओं को यह टीका विशेष रूप से लगाया जा रहा है। जो भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा एवं स्वास्थ्य कर्मी द्वितीय खुराक के लिए बचे हैं, उनको भी टीका लगाया है। कोविड-19 का टीकाकरण उन महिलाओं को समर्पित था जो 60 साल से अधिक हैं या वैसे 45 से 59 साल तक की महिलाएं जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है, उनका सम्मानपूर्वक टीकाकरण कराया गया। वहीं बुजुर्ग पुरूषों का भी टीकाकरण किया गया।
एंबुलेंस व अन्य वाहनों की विशेष व्यवस्था:
महिला दिवस को लेकर प्रत्येक प्रखंडों में 500 व्यक्तियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था। महिला दिवस के नाते महिलाओं के बैठने तथा पेयजल की भी व्यवस्था की गयी थी। वहीं चलने में अक्षम तथा सुदूर क्षेत्रों की महिलाओं के लिए वाहन की भी की व्यवस्था रखी गयी। टीकाकरण का कार्य 9 बजे सुबह से शुरू हो गया। सभी टीकाकरण केंद्रों पर आवश्यक दवाओं व एंबुलेंस की सुविधा सुनिश्चित की गयी थी।
“महिला नेतृत्व: कोविड-19 की दुनिया में एक समान भविष्य को प्राप्त करना” है महिला दिवस का थीम:
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हर वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य भी महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देना है। साल 2021 की बात की जाए तो इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को “महिला नेतृत्व: कोविड-19 की दुनिया में एक समान भविष्य को प्राप्त करना” की थीम पर मनाया जा रहा है। इस वर्ष यह थीम कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य देखभाल श्रमिकों, इनोवेटर आदि के रूप में दुनियाभर में लड़कियों और महिलाओं के योगदान को हाईलाइट करने के लिए रखा गया है।
टीकाकरण केंद्र पर महिलाकर्मी तैनात:
जिले के अधिकतर टीकाकरण केंद्रों पर सिर्फ महिला कर्मियों को ही ड्यूटी पर लगाया गया था। ताकि महिलाओं को बेहतर सुविधा मुहैया कराई जा सके और आसानी से उनका टीकाकरण किया जा सके। टीकाकरण कराने वाली महिलाओं को सामान्यपूर्वक स्वागत किया गया।
सिविल सर्जन समेत अन्य पदाधिकारियों ने किया निरीक्षण:
इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, डीआईओ, डीपीएम तथा अन्य पदाधिकारियों ने जिले के कई टीकाकरण केंद्रों का निरीक्षण किया। पदाधिकारियों ने टीकाकर्मियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।
प्रत्येक केंद्र पर तैनात थे मेडिकल आफिसर:
टीकाकरण केंद्रों पर मेडिकल ऑफिसर समेत महिला कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई थी। उस क्षेत्र की सभी महिलाओं को नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर ही टीकाकरण कराया गया। टीकाकरण सत्र स्थल पर महिलाओं के बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में कुर्सी की व्यवस्था थी | साथ हीं पीने की पानी और सभी सत्र स्थल पर पर्याप्त मात्रा में मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई थी। महिलाओं को अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण के लिए प्रखंड परियोजना प्रबंधक जीविका, विकास मित्र, आशा कार्यकर्ता, आशा फैसिलिटेटर के द्वारा सहयोग किया गया।
महिला कर्मियों को किया गया सम्मानित:
इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा के द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने महिलाकर्मीयो को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सदर अस्पताल के एएनएम जीएनएम, आशा कार्यकर्ता व अन्य कर्मियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर डीआईओ डॉ अजय कुमार शर्मा, डीपीएम अरविंद कुमार यूनीसेफ एसएमसी आरती त्रिपाठी, हेल्थ मैनेजर राजेश्वर प्रसाद समेत अन्य मौजूद थे।