कायाकल्प योजना के तहत राज्यस्तरीय टीम ने किया शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का मूल्यांकन
• कायाकल्प की कसौटी पर खरा उतरने पर मिलेगा आवार्ड
• स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता व अन्य मूलभूत सुविधाओं का हुआ मूल्यांकन
• रैंकिंग के आधार पर मिलेगा नगद पुरस्कार
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)
स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता व अन्य मूलभूत सुविधाओं में बढ़ोत्तरी को लेकर कायाकल्प अवार्ड योजना लागू की गयी है। जिसके तहत अस्पतालों की तस्वीर बदलने का प्रयास किया जा रहा है। सारण जिले के दो शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ा तेलपा व मासूमगंज के स्वास्थ्य केंद्र को कायाकल्प योजना के तहत राज्यस्तरीय टीम के द्वारा मूल्यांकन किया गया। इस दौरान टीम ने एक्सटर्नल एसेसमेंट किया। जिसमें स्वास्थ्यों केंद्रों में दी जा रही सेवाओं की गुणवत्ता, स्वच्छता (हाइजीन) गतिविधियां, कार्यप्रणाली तथा कूड़ा प्रबंधन के साथ सफाई व्यवस्था की मुख्य रूप से जांच की गयी। टीम ने स्वच्छता, वाटर सैनिटेशन एवं स्वच्छता की गतिविधियां, सौंदर्यीकरण, वाहनों के आवागमन की व्यवस्था व प्रदूषण से मरीजों को बचाने की कार्यप्रणाली की भी जांच की। कायाकल्प अवार्ड के तहत अस्पताल के रख-रखाव, सुविधाएं, स्टाफ, साफ-सफाई, मरीजों के लिए बेहतर इलाज के आधार पर नंबर दिए जाते हैं। निरीक्षण टीम में कुमार नयन, तपस कुमार केयर इंडिया, प्रभारी क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक शादान रहमान शामिल थे।
स्वास्थ्य संस्थानों में 250 बिदुओं पर हुई जांच:
कायाकल्प योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं के आधार पर लगभग 250 बिदुओं पर जांच की गयी। इनमें सात बिंदु प्रमुख होते हैं, जिसमें मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं, सफाई, मैनेजमेंट, सामाजिक कार्य, मरीजों का भोजन आदि शामिल हैं। इन बिदुओं के आधार पर स्वास्थ्य केंद्र को 500 तक अंक दिए जाते हैं।
मानक पर खरा उतरने पर मिलेगा प्रशस्ति पत्र:
बेहतर गुणवत्तापूर्ण वाले स्वास्थ्य केंद्रों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र के अलावा नकद राशि दी जाएगी। इस योजना के तहत आने वाले राज्य के अस्पतालों को मुख्य रूप से पांच पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान है । स्वास्थ्य केंद्र को उच्च स्तर पर रख-रखाव, सफाई के साथ ही बेहतर गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था व व्यवहार अपनाने वाले कर्मियों सहित अस्पताल को प्रमाण पत्र के साथ ही नकद राशि भी देने का प्रावधान है ।
500 अंक में से 350 अंक प्राप्त करना जरूरी:
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेशचंद्र कुमार ने बताया कि सार्वजिक स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई व संक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई है। नई योजना ‘कायाकल्प’ पहल देश की प्रत्येक सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्था को उत्कृष्टता के मानकों की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित करेगा, जिससे संस्था को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया 500 अंक में से 350 अंक प्राप्त करना जरूरी है।
इन मुख्य बिन्दुओं पर हुआ मूल्यांकन:
• सैनिटेशन
• हाइजीन
• वेस्ट मैनेजमेंट
• सपोर्ट सर्विस
• इंफेक्शन कंट्रोल
• हाइजीन प्रमोशन
• बांउड्रीवाल
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