सड़क पर तड़पते रहे दुर्घटना में घायल भाई- बहन, लोग बनाते रहे वीडियो
पति के खिलाफ दर्ज कराए दहेज उत्पीड़न के मुकदमे की पैरवी में फुफेरे भाई के साथ जा रही महिला की बाइक में ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद बाइक ट्रक के बंपर में फंस गई तो बाइक समेत दोनों करीब 40 मीटर तक घिसटते चले गए। गंभीर रूप से घायल दोनों को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत नाजुक देख महिला को सैफई मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। फुफेरे भाई को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव रामनगर निवासी रीना देवी पुत्री सियाराम का फीरोजाबाद जिले के थाना सिरसागंज क्षेत्र के गांव बूरा बतरा निवासी पति जयचंद से दहेज उत्पीड़न को लेकर मुकदमा फर्रुखाबाद में चल रहा है। मंगलवार को रीना देवी मैनपुरी जिले के नगला निन्हाई निवासी फुफेरे भाई जीतू राजपूत के साथ बाइक से मुकदमे की पैरवी करने के लिए फर्रुखाबाद आ रही थी। जैसे ही उनकी बाइक सेंट्रल जेल से कचहरी रोड स्थित एमआर कोल्ड स्टोरेज के पास पहुंची कि सामने से आ रहे बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद दोनों बाइक समेत सड़क पर गिरे और ट्रक के बंपर में फंस गए। ट्रक भगाने के प्रयास में चालक उन्हें करीब 40 मीटर तक घसीटता हुआ ले गया।
आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो चालक ट्रक छोड़कर मौके से भाग निकला। इस दौरान भीड़ ने ट्रक पर सवार एक मौरंग व्यापारी को जमकर पीट दिया। पुलिस ने उसे किसी तरह चंगुल से छुड़ाया और आनन फानन दोनों घायलों को लोहिया अस्पताल भेजा। डॉ. ऋषिकांत वर्मा ने उनका प्राथमिक उपचार किया। हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। स्वजन रीना को सैफई मेडिकल कॉलेज ले गए और जीतू को शहर के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। रीना के पिता व जीतू के मामा सियाराम ने बताया की रीना देवी का उसके पति जयचंद से दहेज उत्पीड़न मुकदमा चल रहा था। इसी के चलते मंगलवार को दोनों लोग कचहरी जा रहे थे।
तड़पते रहे घायल बिलखती रही मानवता
जिस वक्त दोनों सड़क हादसे में घायल होकर सड़क किनारे तड़प रहे थे, उस वक्त कोई उनकी मदद करने को तैयार नहीं था। वहां जमा भीड़ में शामिल लोग मोबाइल फोन से वीडियो बनाने में जुटे रहे। काफी देर बाद जब कुछ समझदार लोग पहुंचे तो पुलिस को सूचना दी, जब काफी देर तक पुलिस नहीं पहुंची तो कोतवाली फतेहगढ़ में घटना की सूचना दी गई। इस पर कोतवाली प्रभारी जयप्रकाश पाल सेंट्रल जेल चौकी प्रभारी के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को हटाकर घायलों को लोहिया अस्पताल भेजा।