पाकिस्तान को जल्द ही एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत ‘मेड इन इंडिया’ कोरोना वायरस वैक्सीन की करोड़ों खुराकें मिलेंगी। सूत्रों को अनुसार, पाकिस्तान को ये खुराकें यूनाइटेड ग्लोबल अलायंस ऑफ वैक्सीन एंड इम्युनाइजेशन (गावी) और उसके कोवैक्स समझौते के तहत प्रदान की जाएंगी।
इस समझौते के तहत विश्व के लगभग 190 गरीब देशों को उनकी 20 प्रतिशत आबादी के लिए मुफ्त कोरोना वैक्सीन प्रदान की जानी हैं। इन देशों में पाकिस्तान भी शामिल है।
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन की लगभग 4.5 करोड़ खुराकें भेजी जाएंगी और ये खुराकें सीधे भारत से पाकिस्तान जाएंगी।
SII को कोवैक्स के तहत गरीब देशों को वैक्सीन सप्लाई करने के लिए गावी से फंडिंग मिली है और इसी समझौते के तहत वह अब पाकिस्तान को वैक्सीन भेज रहा है। वह इससे पहले घाना समेत कुछ न अन्य देशों को भी वैक्सीन भेज चुका है।
बता दें कि फरवरी में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने वाला पाकिस्तान खुराकों की कमी से जूझ रहा है और विभिन्न माध्यमों से वैक्सीन हासिल करने की कोशिश कर रहा है।
पहले से ही वैक्सीन खरीद के सौदे न करने के कारण पाकिस्तान को इस समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है और खराब रिश्तों के कारण वह दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता देश भारत से भी मदद नहीं मांग सका है।
पाकिस्तान अब तक दो वैक्सीनों को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे चुका है। इनमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन और चीन के सरकारी सिनोफॉर्म समूह की वैक्सीन शामिल हैं। SII ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का ही कोविशील्ड के नाम से उत्पादन कर रहा है।
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में भारत में सबसे अधिक वैक्सीनें बनती है और इसे दुनिया की ‘वैक्सीन फैक्ट्री’ कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
अभी भी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से लेकर अमेरिका और बिल गेट्स तक कह चुके हैं कोरोना वायरस महामारी से बाहर निकलने में वैक्सीन उत्पादन की भारत की क्षमता अहम भूमिका अदा करेगी।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आश्वासन दे चुके हैं कि भारत की इस क्षमता का मानवता के भले के लिए उपयोग होगा।
अभी तक भारत अपने इस वादे पर खरा भी उतरा है और अब तक कम से कम 65 देशों को कोरोना वैक्सीन की लगभग 5.80 करोड़ खुराकें प्रदान कर चुका है।
इनमें से 1.63 करोड़ खुराकें कोवैक्स के जरिए गरीब देशों को दी गई हैं, वहीं 3.38 करोड़ खुराकें कमर्शियल सौदों के तहत ब्राजील और कनाडा जैसे कई देशों को भेजी गई हैं।
भारत ने पाकिस्तान को छोड़ बाकी सभी पड़ोसी देशों को 77 लाख खुराकें मुफ्त भी दी हैं।