*रामनगर में जीवनदायिनी गंगा प्रदर्शनी शुरू*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / रामनगर लाखो करोड़ों की जीवनदायिनी गंगा आज अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही हैं। कहीं प्रदूषण से कराह रही है तो कहीं मानवीय गतिविधियों से परेशान है। ऐसे में गंगा को स्वच्छ रखना उनका जीवनदायिनी स्वरूप बरकरार रखना सबकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है। लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य को लेकर यहाँ स्थित लाल बहादुर शास्त्री स्मृति भवन में गुरुवार से जीवनदायिनी गंगा प्रदर्शनी लगाई गई है। संस्कृति विभाग की ओर से लगाई गई इस प्रदर्शनी में गोमुख ,गंगोत्री से लेकर काशी प्रयागराज जैसे सभी स्थलों के छाया चित्र लगाए गए हैं। प्रदर्शनी का उदघाटन एम एल सी लक्ष्मण आचार्य और संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजाराम शुक्ला ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया। अतिथितियों का स्वागत करते हुए लाल बहादुर शास्त्री स्मृति संग्रहालय प्रभारी डॉ सुभाष चंद्र यादव ने बताया कि प्रदर्शनी में तपोवन, अमृतगंगा, गोमुख, गंगोत्री, देवप्रयाग, ऋषिकेश, हरिद्वार, काशी प्रयागराज आदि के 30 विहंगम दृश्य छाया चित्रों के जरिये दर्शाए गए हैं। इन चित्रों के जरिये मां गंगा का नैसर्गिक सौंदर्य, आम जीवन मे गंगा का प्रभाव, महत्ता, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व आदि खूबसूरती से दर्शाया गया है। इस मौके पर इन चित्रों के छायाकार, बलिराम यादव, प्रशांत राय, रजनीश मिश्रा, राजकुमार प्रसून, मनोज कुमार, विनय मौर्य आदि को स्मृति चिन्ह प्रदान किये गए। प्रदर्शनी 31 मार्च तक चलेगी और आम लोगों के लिए सुबह 10 बजे से चार बजे तक सुलभ रहेगी। उद्घाटन के दौरान प्रो उषा रानी तिवारी डॉ श्याम बाबू पटेल,डॉ नितेश धवन, वीरेंद्र मौर्य, अनुपम श्रीवास्तव, डॉ सुजीत कुमार चौबे, डॉ राकेश यादव,अदिति गुलाटी, डॉ हरेन्द्र नारायण सिंह अशोक पांडेय, बच्चे लाल आदि मौजूद थे।