सिविल सर्जन ने किया सदर अस्पताल का निरीक्षण,बोले- गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं मुहैया कराने के लिए विभाग प्रतिबद्ध
• विभिन्न विभागों का लिया जायजा
• दवाओं व उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश
• स्वास्थ संस्थानों में साफ-सफाई का रखें विशेष ख्याल
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार):
छपरा। सारण के सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार शनिवार को सदर अस्पताल के विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण किया तथा कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। सिविल सर्जन ने सभी विभागों में घूम घूम कर जायजा लिया तथा उपलब्ध सेवाओं के बारे में जानकारी ली। सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए विभाग कृत संकल्पित है। स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार आया है। सेवाओं में और सुधार की आवश्यकता है। जिसको लेकर कार्य किया जा रहा है। सिविल सर्जन ने इमरजेंसी वार्ड, प्रसव कक्ष, ऑपरेशन कक्ष में प्रत्येक बिंदुओं पर गहनता से निरीक्षण किया तथा सेवाओं में आवश्यक सुधार के लिए कर्मियों को निर्देशित किया। सिविल सर्जन ने कहा कि साफ सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखें ।अस्पताल में आने वाले मरीजों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसका विशेष रूप से ख्याल रखने की आवश्यकता है।
मरीजों से लिया फीडबैक:
निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार के द्वारा अस्पताल में आए मरीजों से मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में फीडबैक लिया । अस्पताल में किस तरह की सुविधा मिल रही है इसके बारे में मरीजों व उनके परिजनों से पूछताछ की इस दौरान मरीजों से मिले फीडबैक के आधार पर सिविल सर्जन ने कर्मियों को आवश्यक सुधार का निर्देश दिया।
स्वस्थ संस्थानों में दवाओं की उपलब्धता की जाएगी सुनिश्चित:
सिविल सर्जन ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। सभी स्वास्थ संस्थानों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। इमरजेंसी वार्ड में साफ सफाई का विशेष रूप से ख्याल रखना है। उन्होंने कहा कि सभी कर्मी अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें किसी प्रकार की शिकायत की कोई गुंजाइश नहीं रहे। ओपीडी में आने वाले मरीजों को सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराएं। किसी भी मरीज को बाहर की दवा ना लिखें। अस्पताल में उपलब्ध दवाओं को ही डॉक्टरों के द्वारा लिखे जाने का निर्देश दिया गया।
संस्थागत प्रसव के लिए आम लोगों को करें प्रेरित:
सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार ने प्रसव कक्ष में निरीक्षण के दौरान काकी संस्थागत प्रसव अति आवश्यक है। मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए संस्थागत प्रसव को ही अपनाने की आवश्यकता है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को संस्थागत प्रसव के लिए अधिक से अधिक जागरूक करें।
एनआरसी में आने वाले बच्चों का दें समुचित उपचार:
सिविल सर्जन ने कहा कि पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चों के उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करें। बच्चों को समुचित उपचार दें तथा समय पर पौष्टिक आहार दें। ताकि कुपोषित बच्चों को स्वस्थ कर भेजा जाए। अधिक से अधिक आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं को कुपोषित बच्चों की पहचान कर एनआरसी में भर्ती कराने का निर्देश दिया गया। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार शर्मा, डीपीएम अरविंद कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रामइकबाल प्रसाद, स्वास्थ्य प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
इन विभागों का किया गया निरीक्षण:
• यक्ष्मा कार्यालय •प्रतिरक्षण कार्यालय आप्रसव कक्ष
•ऑपरेशन थिएटर •इमरजेंसी वार्ड
•ओपीडी
•आईसीयू
•एनआरसी