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देश में 83 दिन बाद मिले सर्वाधिक कोरोना मरीज, कई हिस्‍सों में लॉकडाउन की वापसी

देश में 83 दिन बाद मिले सर्वाधिक कोरोना मरीज, कई हिस्‍सों में लॉकडाउन

की वापसी

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क :

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देश में कोरोना संक्रमण के आंकड़े एक बार फिर डराने लगे हैं। ऐसे मेंं कोरोना वायरस की दूसरी लहर की आशंका बढ़ गई है। देशभर में शनिवार को करीब 25 हजार पॉजिटिव केस मिले, जो 83 दिनों बाद एक दिन में नए मामलों की सबसे बड़ी संख्या है। 53 दिनों बाद सक्रिय मामलों का आंकड़ा भी दो लाख को पार कर गया है। सक्रिय मामलों के बढ़ने के साथ ही मरीजों के उबरने की दर गिरती जा रही है। इसके चलते देश के कई हिस्‍सों में लॉकडाउन की वापसी हो गई है। यही नहीं कई शहरों में नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है। साथ ही स्कूलों को फि‍र बंद करने की नौबत आ गई है।

फिर हुई लॉकडाउन की वापसी

देश के छह राज्‍यों महराष्‍ट्र, पंजाब, केरल, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक में सबसे ज्‍यादा मामले सामने आ रहे है। महाराष्ट्र में एक बार फिर लॉकडाउन (Lockdown Again) की वापसी हो रही है। नागपुर और परभणी जिले में लॉकडाउन लगाया गया है। पुणे में 31 मार्च तक स्कूलों कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं होटल रेस्‍तरां को भी देर तक खोलने की मनाही है।

इन जिलों में सख्‍त पाबंदियां

अमरावती, नासिक, ठाणे, औरंगाबाद समेत कई जिलों में स्‍कूल बंद हैं। साथ ही इन जिलों में सख्‍त पाबंदियां लगाई गई हैं। मुंबई में मास्‍क नहीं पहनने वालों पर सख्‍ती बढ़ाई गई है। नागपुर और भुसावल डिवीजनों के कुछ स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफार्म टिकट की कीमत 50 रुपये कर दी गई है। नासिक रोड, जलगांव, भुसावल, बडनेरा, मडगांव, शेगांव, अकोला, अमरावती और खांडवा स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये का कर दिया गया है।

लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर नहीं करें : उद्धव

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को राज्य के होटल और रेस्तरां प्रबंधकों से स्पष्ट रूप से कहा कि वे अपने परिसरों में कोरोना से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करें और राज्य सरकार को लॉकडाउन जैसे सख्त उपाय करने पर मजबूर न करें। उद्धव ठाकरे होटल और रेस्तरां संगठनों एवं शॉपिंग सेंटर समूहों के प्रतिनिधियों को डिजिटल माध्यम से संबोधित कर रहे थे।

पंजाब में स्‍कूल कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्र बंद

पंजाब में भी कोरोना की बढ़ती रफ्तार डराने लगी है। राज्‍य में प्री नर्सरी से लेकर 12वीं तक सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। पंजाब की मंत्री अरुणा चौधरी ने शनिवार को अगले आदेश तक राज्‍य के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद किए जाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब में कोरोना संक्रमण कुल 6,030 लोगों की जान जा चुकी है। पंजाब सरकार ने जनवरी में आंगनवाड़ी केंद्रों को पहली फरवरी से दोबारा खोलने की घोषणा की थी।

मध्‍य प्रदेश में भी खतरनाक संकेत

मध्‍य प्रदेश सरकार ने भी कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भोपाल और इंदौर में रविवार या सोमवार से नाइट कर्फ्यू लगाने के संकेत दिए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि सूबे में कोरोना संक्रमण में बढ़ोतरी चिंता की बात है। भोपाल और इंदौर जिले में रविवार या सोमवार से नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है। यही नहीं आयोजनों में भी लोगों की मौजूदगी कम करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

महाराष्ट्र से लगते जिलों में सतर्कता बरतने के निर्देश

मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत महाराष्ट्र की सीमाओं से लगे जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। महाराष्ट्र से आने वाले विमानों, ट्रेनों और बस यात्रियों की थर्मल जांच के निर्देश दिए गए हैं। लोगों को मास्क लगाने, साबुन से हाथ धोने, शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ ही भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने को कहा गया है।

महाराष्ट्र में 16 हजार के करीब नए मामले 

महाराष्ट्र और केरल के साथ ही अब पंजाब, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी मामले बढ़ने लगे हैं। महाराष्ट्र में तो 16 हजार के करीब नए मामले मिले हैं, जबकि दो महीने बाद दिल्ली में सर्वाधिक 431 मामले पाए गए हैं।

इसलिए बढ़ रहे मामले 

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘हमें सख्त लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर नहीं करें। इसे आखिरी चेतावनी समझें। नियमों का पालन करें।’ उन्होंने कहा कि अक्टूबर में सामान्य गतिविधियों की अनुमति मिलने के बाद कई स्थानों पर भीड़ जमा होने लगी है। सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में मामले बढ़ने लगे हैं। विशेषज्ञों का भी कहना है कि लोगों की ओर से बरती जा रही लापरवाही के चलते संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है।

नए मामलों से रोज टूट रहा पिछला रिकॉर्ड

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान देशभर में 24,882 नए मामले मिले, 19,957 मरीज स्वस्थ हुए और 140 लोगों की मौत हुई है, जिनमें महाराष्ट्र में 56, पंजाब में 34 और केरल में 14 मौतें शामिल हैं। इससे पहले, पिछले साल 20 दिसंबर को 26,624 संक्रमित पाए गए थे। शुक्रवार को 22,885 नए मामले और 126 लोगों की मौत हुई थी, जबकि गुरुवार को 22,854 संक्रमित पाए गए थे और 133 लोगों की मौत हुई थी।

रिकवरी रेट भी घटी

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की मानें तो देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर एक करोड़ 13 लाख 33 हजार को पार कर गया है। इनमें से एक करोड़ नौ लाख 73 हजार से ज्यादा मरीज पूरी तरह से संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और 1,58,446 मरीजों की जान भी जा चुकी है। मरीजों के उबरने की दर घटकर 96.82 फीसद पर आ गई है और मृत्युदर 1.40 फीसद पर बनी हुई है।

सक्रिय मामले बढ़े  

मंत्रालय के मुताबिक रोजाना ठीक होने वाले मरीजों से ज्यादा नए मामलों के सामने आने से सक्रिय मामले बढ़ रहे हैं। वर्तमान में 2,02,022 सक्रिय मामले हैं, जो कुल संक्रमितों का 1.74 फीसद है। इससे पहले, 18 जनवरी को 2,02,202 थी। एक महीने पहले सक्रिय मामलों की संख्या 1.35 लाख पर आ गई थी।

गुरुवार को 7.40 लाख टेस्ट

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के मुताबिक कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए देशभर में गुरुवार को 7,40,345 नमूनों की जांच की गई। इनको मिलाकर अब तक कुल 22 करोड़ 49 लाख 98 हजार से ज्यादा नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।

अब तक वैक्सीन की 2.80 करोड़ डोज दी गई

वहीं टीकाकरण अभियान भी तेजी से चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार शाम सात बजे तक लाभार्थियों को वैक्सीन की कुल 2.80 करोड़ डोज दी जा चुकी थी। इनमें से 18.40 लाख डोज शुक्रवार को दी गई। 2.80 करोड़ डोज में से 72.84 लाख स्वास्थ्यकर्मियों, 72.15 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स, 71.69 लाख वरिष्ठ नागरिकों और 45 साल से ज्यादा एवं गंभीर रोगों से ग्रस्त 12.30 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है। स्वास्थ्यकर्मियों में से 41.76 लाख और फ्रंटलाइन वर्कर्स में से 9.28 लाख को दूसरी डोज भी दी जा चुकी है।

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