कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की तरफ से बाल दुर्व्यवहार के खिलाफ हुआ जन-संवाद कार्यक्रम,
श्री नारद मीडिया, प्रतीक कुमार सिंह, मोतीहारी, बिहार
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की तरफ से बाल दुर्व्यापार (चाइल्ड ट्रैफिकिंग) के खिलाफ मोतिहारी के आई एम ए हाल के सभागार में जनसंवाद का आयोजन किया गया जिसमें मोतिहारी के प्रबुद्ध जनों के साथ-साथ बाल संरक्षण पर कार्य कर रहे हितधारकों ने हिस्सा लिया।
इस जनसंवाद में मोतिहारी की मेयर अंजू देवी, जिला बाल संरक्षण इकाई के बाल संरक्षण पदाधिकारी राकेश कुमार ,आईसीडीएस की निधि कुमारी, मोतिहारी ग्रामीण की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी संध्या कुमारी ,आरपीएफ मोतिहारी के अधिकारी विपुल शर्मा ने भाग लिया। जनसंवाद के दौरान 12 बाल मजदूरों द्वारा उनकी आपबीती को सुना गया जिसमें सनी कुमार, रूपेश कुमार , मनोहर ,छोटू मुस्कान ,ओमप्रकाश ने दिल्ली के जींस कारखाने में अपने बाल मजदूरी के दिनों को दुख के साथ याद किया और कहा कि यह एक अभिशाप है और हमारा सब से आग्रह है कि अपने बच्चों को बाहर नहीं भेजें।
इस दौरान एक पीड़ित बच्चे के पिता, आदापुर प्रखंड के लालबाबू पासवान ने कहा कि उनके बच्चे को भी आज से 5 वर्ष पहले बहला फुसलाकर बेंगलुरु के शिवाजी नगर ले जाया गया है और वहां उससे काम करवाया जा रहा है। वह घर वापस नहीं आ पा रहा है। इसके बारे में उन्होंने एक शिकायत पत्र भी जन संवाद के दौरान दिया।
जिला बाल संरक्षण इकाई के बाल संरक्षण पदाधिकारी राकेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि विलेज माइग्रेशन रजिस्टर और गांव बाल रक्षा समिति को सुचारू रूप से बनाने और क्रियात्मक करने के लिए बाल संरक्षण इकाई तत्पर है और आपके संस्था के माध्यम से भी इस पर हम बच्चों के संरक्षण तंत्र को मजबूत करने के लिए गांव स्तर पर काम करेंगे ।
मोतिहारी की मेयर मुख्य पार्षद अंजू देवी ने कहा कि बच्चों के साथ जुल्म मानवता के लिए कलंक है और हम लोग ऐसे बच्चों की कहानी सुनकर काफी दुखी हैं । बाल शोषण किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं हो सकता है ,शहर को बाल शोषण मुक्त कराने के लिए जिला प्रशासन को सजग होना चाहिए ताकि मोतिहारी बाल शोषण मुक्त मोतिहारी बन सके ।
बापू धाम मोतिहारी स्टेशन के रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी विपुल शर्मा ने कहा कि स्टेशन पर हम लोग नजर रखते हैं ताकि ट्रेन के द्वारा बच्चों की तस्करी बाहर नहीं हो सके। उन्होंने अपने बारे में बताया कि वे स्वयं दिल्ली से है जहां पर काफी बच्चों को ट्रैफिकिंग करके ले जाया जाता है । दिल्ली एक बड़े ट्रैफिकिंग केंद्र के रूप में जाना जा रहा है। कई बच्चों का बचपन वहां कैद होकर गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ है ,ऐसे आयोजन निश्चित रूप से समाज को संवेदनशील बनाएंगे।
आईसीडीएस की महिला अधिकारी निधि कुमारी ने जनसंवाद को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के पोषण और सुरक्षा पर किसी भी तरह का समझौता नहीं हो सकता है और हम लोग के सामने जब कोई ऐसी घटना आती है तो हम लोग काफी मर्माहत होते हैं । आईसीडीएस अपने सभी अधिकारियों सहित एलएस आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बाल संरक्षण के लिए जो भी मदद मिल सकती है उसके लिए आगे बढ़कर बाल सुरक्षा तंत्र को मजबूत करेगा।
मोतिहारी ग्रामीण की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी संध्या कुमारी ने कहा कि बाल संरक्षण तंत्र को मजबूत करके ही बाल दुर्व्यापार को रोका जा सकता है ।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के संयोजक पंकज कुमार ने विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आज भी प्रति घंटा 3 बच्चियों को रेप और 5 बच्चियों को यौन शोषण का सामना करना पड़ रहा है । आज भी दुनिया में 15 करोड़ 20 लाख बच्चे बाल मजदूर हैं ।अभी भी बिहार से बहुत सारे बच्चे बाल व्यापार के लिए बाहर जा रहे हैं। जनसंवाद एक माध्यम है जिसके द्वारा सभी हित धारकों को एक मंच पर लाकर बाल व्यापार को दूर करने के लिए गांव स्तर पर सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जा सके। उपस्थित लोगों को झलकी फिल्म दिखाया गया।
जन संवाद कार्यक्रम में स्थानीय कार्ड संस्था के सचिव शशि भूषण कुमार , आइडिया के निदेशक दिग्विजय कुमार ,चाइल्डलाइन के सदस्य ,प्रथम के सुधीर कुमार ,महिला बाल निकेतन की सचिव चंद्रमा यादव ,कार्यकर्ता कृष्णा प्रसाद ,राजकुमार शुक्ला स्मारक समिति के सदस्य श्याम किशोर तिवारी सहित स्थानीय लोग मौजूद रहे। जन संवाद का धन्यवाद ज्ञापन सत्येंद्र कुमार पाठक ने किया।