झारखण्ड में पत्नी को भगा ले जाने से बौखलाया पति, दोस्त को मार दी गोली.
दलित युवती से दुष्कर्म, भरी पंचायत में पीड़ित परिवार को पीटा.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
झारखण्ड में मेसरा ओपी क्षेत्र के बीआईटी चौक के पास सोमवार को दिन के 12 बजे राम प्रसाद साहू नाम के युवक को गोली मार दी गई। वह घटना के समय एक दुकान के पास खड़ा था। उसे उसके दोस्त जगमोहन महतो ने गोली मारी। पीठ में गोली लगने से जख्मी रामप्रसाद को रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक हमलावर और जख्मी युवक के बीच पहली गोली लगने के बाद गुत्थम-गुत्थी भी हुई। हमलावर ने इसी दौरान पिस्तौल में दूसरी गोली भरकर फायर करने की तैयारी में था कि ऐन मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे धर दबोचा। पुलिस ने उसके पास से पिस्तौल बरामद कर ली है।
हमलावर दोस्त निकला
पांचा के गुट्टू निवासी रामप्रसाद साहू को उसके सबसे अजीज दोस्त ने ही गोली मारी। हमलावर और जख्मी एक ही गांव के रहने वाले हैं। थानेदार मनदीप उरांव ने बताया कि एक समय दोनों में दूध कटी दोस्ती थी। हमलावर जगमोहन ने राम प्रसाद को ऑटो खरीदने में भी आर्थिक सहयोग किया था। पारिवारिक मामले में जगमोहन महतो अपने दोस्त को कारण मान बैठा था। इसके बाद से वह उसकी हत्या की फिराक में था। सोमवार को मौका ताड़कर उसने जान मारने की नीयत से रामप्रसाद पर गोली चलायी। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने खूंटी से पिस्तौल खरीदी थी। वह अपने घर पर ही पिस्तौल को रखे हुए था।
पत्नी को भगा ले जाना बना कारण
पुलिस के मुताबिक दिसंबर माह में जगमोहन की पत्नी पांच साल की बेटी को लेकर घर से भाग गई थी। जगमोहन का आरोप है कि रामप्रसाद साहू ने उसकी दोस्ती का गलत फायदा उठाया और पत्नी को बहला-फुसलाकर ले भागा था। इसी वजह से उनके बीच अदावत चली आ रही थी। पूर्व में भी इस मसले को लेकर दोनों के बीच कई बार विवाद और कहासुनी हो चुकी थी। बताया गया कि घर से भागने के तीन माह बाद जगमोहन की पत्नी वापस आयी, लेकिन वह अपने ससुराल के बजाय मेसरा के फुरहुरा टोली में मायके में रह रही थी। जगमोहन एवं पत्नी के बीच का रिश्ता भी समाप्त हो गया था। पुलिस के मुताबिक दोनों जान को खतरा भांप एक-दूसरे को मारने की फिराक में थे।
झारखण्ड में 20 वर्षीय दलित युवती के साथ पहले दुष्कर्म किया, फिर आरोपी के परिवार ने भरी पंचायत में पीड़िता और उसके माता-पिता की पिटाई भी की। घटना गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कुम्हारडीह गांव में 12 मार्च की शाम करीब 7.30 बजे घटी। पीड़िता के आवेदन पर गोविंदपुर थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को दिए गए आवेदन में पीड़िता ने बताया है कि 12 मार्च को वह अपने नानी घर बस्ताकोला गई हुई थी। वहां से घर लौटने में शाम हो गई। इसी बीच उसी गांव के रवींद्र विश्वकर्मा के पुत्र राहुल विश्वकर्मा अपने घर के सामने पहले से ही घात लगा कर बैठा हुआ था।
युवती के पहुंचते ही राहुल उसे खींच कर अपने घर के पीछे जंगल की ओर ले गया। वहां दुष्कर्म का प्रयास करने लगा। पीड़िता ने लिखा है कि आबरू बचाने के लिए उसने राहुल के मुंह एवं गले को नोच लिया। इससे वह तिलमिला गया और युवती के मुंह पर कुछ फेंक दिया। इससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसने युवती के साथ दुष्कर्म किया। युवती ने घर आकर अपने माता-पिता को घटना की जानकारी दी। राहुल के पिता रवींद्र विश्वकर्मा को भी इसकी जानकारी दी गई। उन्हीं लोगों के कहने पर 17 मार्च को मुखिया मिहिर मंडल के नेतृत्व में मामले को लेकर पंचायत बुलाई गई। पंचायत के दौरान ही रवींद्र विश्वकर्मा, राहुल विश्वकर्मा, विमल देवी, पारस विश्वकर्मा, जीतेंद्र विश्वकर्मा, सुमन विश्वकर्मा, अरविंद विश्वकर्मा आदि ने युवती एवं उसके माता-पिता की जमकर पिटाई कर दी।
पिटाई से उसके पिता की हालत चिंताजनक बनी हुई है। उस दौरान पीड़ित परिवार को जातिसूचक गालियां भी दी गईं। आरोपियों ने कहा कि तुम्हारे साथ बराबर दुष्कर्म करेंगे। जब 18 मार्च को पीड़िता अपने पिता को इलाज के लिए बाहर ले जा रही थी, तब फिर धमकी दी गई। उसके अगले दिन पीड़िता ने पुलिस को लिखित शिकायत कर जानमाल की रक्षा की गुहार लगाई। मामले में गोविंदपुर थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने 19 मार्च को एफआईआर दर्ज करा दी है। मामले का अनुसंधान डीएसपी सरिता मुर्मू करेंगी।