बिहार गई यूपी पुलिस की टीम पर हमला,क्यों?
मेरठ-दिल्ली के कारोबारियों से 27 लाख लूटे.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
गाजीपुर से अगवा की गई एक युवती की तलाश में गई गाजीपुर की नगसर पुलिस और सिमरी पुलिस की संयुक्त टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। मारपीट में पुलिस टीम के पांच सदस्य घायल हो गए और पीड़ित परिजनों में युवती की मां और भाई को भी चोटें आई। सूचना पर पहुंची पुलिस बल ने मामले में सख्ती दिखाई और हमलावर तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। सभी का स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया गया, वहीं नगसर में पुलिस अपहरण और मारपीट की घटना का केस दर्ज किया गयाहै।
गाजीपुर जिले के नगसर हाट थाना क्षेत्र से एक युवती का अपहरण कर लिए जाने का मामला पुलिस के संज्ञान में आया था। युवती की मां नगसर थाना क्षेत्र के खडवल निवासी रीनू देवी पत्नी श्यामनारायण राजभर ने तहरीर देकर युवती के सिमरी में होने की जानकारी दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो यह ज्ञात हुआ कि, युवती को सिमरी में छुपाया गया है। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तथा स्थानीय इंग्लिशपुर गांव में छापेमारी की लेकिन, जैसे ही टीम पहुंची घरवालों ने चोर-चोर कह कर उन पर हमला बोल दिया।
हमलावरों ने पुलिस से हथियार छीनने की कोशिश की है. पुलिस का कहना है इस घटना में चौकीदार हरेंद्र यादव एवं अपहृत युवती की मां एवं उसके भाई को भी उन लोगों के द्वारा घंटों बंधक बनाकर रखा गया। मारपीट में बिहार और गाजीपुर पुलिस के कुल पांच पुलिसकर्मी तथा युवती की मां और भाई भी घायल हो गए। वहीं, इस घटना के बाद पुलिस ने छापेमारी करते हुए चार हमलावरों को दबोच लिया है। जिनके खिलाफ केस दर्ज करके जेल भेज दिया गया। नगसर थानाध्यक्ष अवधेश प्रसाद सिंह ने बताया कि खडवल से लड़की को ले जाने का मामला आया है धारा 363 के तहत बिहार के भूलन पुत्र शिवपरस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही बिहार पुलिस से सम्पर्क कर लड़की को लाकर उसके परिजनों को सुपुर्द करने का काम किया जाएगा।
यह था पूरा मामला
नगसर थाना क्षेत्र के खडवल निवासी रीनू देवी पत्नी श्यामनारायण राजभर की तहरीर पर जिला बक्सर थाना सेमरी के इग्लिसपुर निवासी भूलन राजभर पुत्र शिवपरसन के खिलाफ मंगलवार को देर रात अपहरण का केस दर्ज कराया। रीनू देवी के अनुसार भूलन राय रिश्ते में भाई लगता है और हमारे घर खडवल में ही रहकर पढ़ाई कर रहा था । एक सप्ताह पहले वह हमारे घर आकर शराब के नशे में गाली गलौज करने लगा जिस पर हम लोगो ने उसे डाटा। इसके बाद वह उनकी बेटी को ननिहाल ले जाने का बहाना करके ले गया। लड़की कुछ दिन बाद ननिहाल से आ जाएगी लेकिन जब लड़की नही आई तो अपनी लड़की लेने के लिए हम पिछले सोमवार को अपने मायके गए लेकिन लड़के के परिवार वालों ने उल्टा हम लोगों को पीटा। गाली गलौज करते हुए अभद्रता की।
बिजली विभाग में ठेकेदार बताकर बदमाशों ने तार बेचने के बहाने से 27 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दे दिया। बदमाशों ने स्क्रैप खरीदने आए मेरठ और दिल्ली के कारोबारियों से मंगलवार रात कंपटी पर पिस्टल लगाकर 27 लाख रुपये लूट लिए और फरार हो गए। वारदात के दौरान आरोपी बिजली विभाग के कथित एसडीओ के नाम पर झांसा देते रहे। जब रात हो गई तो वारदात को अंजाम दे डाला। लूट की सूचना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी को दबिश देना शुरू कर दिया है।
घटना गागालेहड़ी थाना क्षेत्र के गांव सोना सैयद माजरा की है। यहां रहने वाले संदीप चौधरी से दिल्ली निवासी रोहित शर्मा के साथी नरेन्द्र ने मुलाकात कराई। मुलाकात के दौरान संदीप चौधरी ने खुद को बिजली विभाग में स्क्रैप का बड़ा ठेकेदार बताया। इस पर रोहित शर्मा ने संदीप चौधरी से स्क्रैप खरीदने के लिए बात की। संदीप चौधरी ने उन्हें सोमवार को आने के लिए कहा। दिल्ली के शास्त्री पार्क एक्सटेंशन बुराड़ी निवासी कारोबारी रोहित शर्मा, रोहिणी निवासी नटवर सिंह और मेरठ के टीपीनगर क्षेत्र के किशनपुरा निवासी मोहित सोमवार को गांव पहुंचे, लेकिन संदीप ने बहाने बनाकर मंगलवार को आने को कहा। रकम ज्यादा होने के कारण तीनों कारोबारी रुड़की के होटल में रुक गए। तीनों मंगलवार दोपहर गांव सैयद माजरा पहुंचे। संदीप ने उन तीनों को गांव के बाहर अपने ऑफिस पर बैठा दिया।
कारोबारियों ने जब स्क्रैप खरीदने की बात कही, तो उन्हें कभी बिजली विभाग के कथित एसडीओ के नाम, तो कभी कुछ बताकर उलझाए रखा। आरोप है कि रात करीब नौ बजे संदीप चौधरी ने अपने अन्य साथियों को बुला लिया। कारोबारियों की कनपटी पर पिस्टल तानकर हत्या की धमकी देते हुए रुपये से भरा बैग छीनने का प्रयास किया। संदीप चौधरी और उसके साथियों लाठी-डंडों से कारोबारियों पर हमला कर दिया। हमले में मेरठ निवासी मोहित घायल हो गया। वहीं संदीप साथियों के साथ 27 लाख रुपये से भरे बैग को लूटकर फरार हो गया। वारदात के बाद कारोबारियों ने पुलिस को खबर दी। तुरंत ही पुलिस मौके पर पहुंची और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने कारोबारियों की तहरीर पर संदीप चौधरी, सोनू, सचिन शर्मा और सचिन चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के दबिश दे रही है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि अभियुक्तों को सुराग लग गया है। जल्द ही पुलिस की गिरफ्तार में होंगे।
एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया, दिल्ली-मेरठ के कारोबारी स्क्रेप खरीदने सोना सैयद माजरा गांव में संदीप चौधरी के पास पहुंचे थे। संदीप की नीयत बिगड़ गई और साथियों के साथ हमला कर 27 लाख रुपये लूट लिए। मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है। पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा कर देगी।