हैवानियत : मासूम दक्ष को अगवा करने के बाद जिंदा ही नदी में फेंक दिया था
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा,
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क :
ग्रेटर नोएडा के दादरी से अगवा किए गए तीन साल के मासूम बच्चे दक्ष को बुलंदशहर ले जाकर जिंदा ही नदी में फेंका गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसकी मौत पानी में डूबने से हुई थी। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि मासूम की मौत पांच दिन पहले ही हो गई थी। दादरी की वेद विहार कॉलोनी से 31 मार्च को मुनेंद्र के साढ़े तीन साल के मासूम बेटे को अगवा कर हत्या की गई थी।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, दक्ष की मौत का कारण पानी में डूबना बताया गया है। रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि मासूम की मौत शव मिलने से पांच दिन पहले हुई थी। दरअसल, आरोपियों ने जिस दिन मासूम को अगवा किया था उसी दिन उसकी हत्या कर दी थी। इस घटना को लेकर परिवार व आसपास के लोगों में रोष है।
सीसीटीवी की फुटेज खंगाली जा रही : ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि एसओजी समेत पुलिस की 10 टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं। अभी सब कुछ आरोपियों के बारे में पुख्ता जानकारी हाथ नहीं लगी है। पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है। सीसीटीवी की फुटेज खंगाली जा रही है।
सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि
सोशल मीडिया पर मासूम दक्ष को लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसके अलावा राजनीतिक और सामाजिक लोग उनके घर पहुंच रहे हैं। मासूम की हत्या को लेकर लोगों में आक्रोश है। इस घटना में हर कोई आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहा है।
कई बिंदुओं पर जांच जारी
पुलिस पुरानी रंजिश को लेकर छानबीन कर रही है। दरअसल दक्ष के पिता का पैतृक गांव बुलंदशहर क्षेत्र में है। उसका शव भी बुलंदशहर की नहर में मिला था। इससे आशंका जताई जा रही है कि आरोपी बुलंदशहर के तो नहीं हैं। इसके अलावा दक्ष के पिता बिजली विभाग में संविदा पर काम करते हैं। उनकी किसी से कोई रंजिश तो नहीं है, इसको लेकर भी जांच की जा रही है। दक्ष की हत्या रंजिश का परिणाम लग रही है क्योंकि आरोपियों ने फिरौती के लिए कोई कॉल नहीं की थी। वहीं, पुलिस किराये पर रह चुकी महिला की भी जांच कर रही है।
रेकी के बाद हुआ था मासूम का अपहरण
दक्ष की हत्या के मामले में पुलिस अभी असली हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है मगर घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रायोजित तरह से अपहरण के बाद हत्या की गई है। अपहरण से पूर्व रेकी की गई। इसके बाद पूरी घटना को अंजाम दिया गया।
करीबी पर भी शक गहराया : पुलिस का शक किरायेदार महिला से अलग किसी अन्य करीबी पर भी गहरा रहा है। इसके लिए पुलिस घटना से जुड़े प्रत्येक बिंदु पर गहनता से जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि यदि असली हत्यारा न पकड़ा गया तो वह परिवार को आगे भी कोई नुकसान पहुंचा सकता है। 31 मार्च को सवेरे साढ़े दस बजे मुनेंद्र के बेटे दक्ष का अपहरण हुआ, जबकि 27 मार्च को मुनेंद्र होली के पर्व के लिए परिवार के साथ पैतृक गांव बुलदंशहर गया था। परिवार के लोगों की माने तो गांव से 31 मार्च को लौटने की योजना थी मगर मुनेंद्र कस्बे के बिजली विभाग में संविदा कर्मचारी है और 31 मार्च को वित वर्ष का आखिरी दिन है विभाग के किसी कार्य के लिए उसकी जरूरत पड़ सकती थी। इसलिए परिवार के सभी लोग 30 मार्च को ही आ गए।
31 मार्च को दक्ष हुआ था लापता : वहीं 31 मार्च को दक्ष आईसक्रीम लेने के लिए घर से बाहर निकला यदि आईसक्रीम का ठेला न होता तो वह बाहर नहीं आता और अपहरण बगैर किसी वाहन के हुआ है। इससे पुलिस को स्पष्ट हो रहा है कि कोई बहुत करीब से दक्ष की निगरानी रखे हुए था।
आज शाम कैंडल मार्च निकाला जाएगा
विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा मंगलवार की शाम को कस्बे में कैंडल मार्च निकाला जाएगा। इन लोगों के मुताबिक कैंडल मार्च के जरिए दक्ष को न्याय दिलाने की मुहिम को बढ़ाया चलाई जाएगी। मंगलवार शाम 6:30 बजे लोग वेद विहार कॉलोनी में इकट्ठा होंगे और मासूम को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकालेंगे।
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