कोरोना संक्रमित युवक ने कोविड-19 अस्पताल में फांसी लगाकर दी जान
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क/
झारखंड के गढ़वा में सदर अस्पताल परिसर स्थित कोविड-19 अस्पताल में इलाजरत एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना सोमवार तड़के की बताई जा रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले का छानबीन कर रही है। इस मामले में संज्ञान लेते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने गढ़वा डीसी को जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, यह अत्यंत दुखद घटना है। गढ़वा डीसी को इसकी जांच के लिए कहा है, रिपोर्ट आने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साथ में यह भी कहा की यह मेडिकल इमरजेंसी है। अत: सभी को धैर्य से रहना चाहिए और सरकार का कोरोना से लड़ाई में सहयोग करना चाहिए।
उधर, घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद छह दिनों से कोविड सेंटर में भर्ती था। उसका इलाज चल रहा था। लोगों ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से ही वह डिप्रेशन में था। कोविड सेंटर में वह अलग बर्ताव करता था। युवक की आत्महत्या की घटना से पूरे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। युवक मझिआंव थाना क्षेत्र के करकट्टा गांव का रहने वाला था।
मृतक का नाम नीरज उपाध्याय बताया गया है। घटना के बाद पुलिस ने उसके परिवार के लोगों को सूचना दे दी है। युवक ने जिस वार्ड में फांसी लगाकर आत्महत्या की है उस वार्ड में लगभग 7 से 8 अन्य मरीज इलाजरत हैं। युवक को 14 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाजरत अन्य मरीजों ने बताया कि रविवार के दिन से ही उसका बर्ताव बदल गया था। वह शोर मचा रहा था। बार-बार कह रहा था कोई उसे ऑक्सीजन लगा दे। उसकी किसी ने नहीं सुनी।
घटना से पहले रात में युवक ने खाना खाया था। उसके बाद इधर-उधर टहलता रहा। कहा कोई तो मुझे ऑक्सीजन लगा दे। सुबह होने पर जब लोग जगे तो उन्होंने गेट के सहारे लटकता हुआ शव देखा। वहां इलाजरत मरीजों ने बताया कि उसकी स्थिति गंभीर थी। बार-बार ऑक्सीजन के लिए चिल्ला रहा था।
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