पीपीई किट पहनकर चोरी को अंजाम दे रहे हैं अपराधी.
कोरोना से एक दिन में मिले 12 हजार से ज्यादा संक्रमित.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
देश में कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए चोरों ने खुद को संक्रमित होने से बचाने और पहचान छुपाने का नायाब तरीका निकाला है। वे अब पीपीई किट पहनकर चोरी कर रहे हैं। इसका उदाहरण मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में देखने को मिला। जहां चोरों ने न्याय विभाग के एक कर्मचारी के घर से लाखों रुपये का सामान और जेवरात पीपीई किट पहनकर चोरी किए। उनकी ये करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। चोरों ने कर्मचारी के घर से नकदी, जेवरात सहित लगभग 37 लाख रुपये की चोरी की है। चोरी के समय घर पर कोई नहीं था। घर बंद था इसलिए चोरों ने इसे निशाना बनाया। कर्मचारी ने अज्ञात चोरों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। कर्मचारी का नाम प्रकाश चंद्र बताया जा रहा है। वे वारदात के समय सपरिवार अपने गांव गए हुए थे।
एक चोर घर की बाउंड्री वॉल से होते हुए परिसर में दाखिल हो गया। उसने पीपीई किट पहनी हुई थी। चोर के हाथ में धारदार औजार भी नजर आ रहे हैं। पीड़ित ने बताया कि चोरों ने कमरे में लगे ताले तोड़कर ढाई लाख रुपये की नकदी, लगभग 35 लाख के सोने के गहने और अन्य सामान चोरी कर लिया। उन्होंने बताया कि उनके छोटे भाई की शादी है। शादी की तैयारियों के लिए घर में नकदी और गहने रखे हुए थे। इसके अलावा चोर परिवार की महिलाओं के गहने भी ले गए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य में कोरोना के मामले रिकॉर्ड बना रहे हैं। बुधवार को राज्य में 12,222 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। इससे पहले मंगलवार को 10,455 मरीज मिले थे। राज्य में जहां नए मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं रिकवरी रेट कम होता जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सूबे में पिछले 24 घंटे में 12,222 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। पटना सहित सात जिलों में 500 से अधिक नए संक्रमित मिले हैं। पटना में सर्वाधिक 2919 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। जबकि औरंगाबाद में 500, बेगूसराय में 587, भागलपुर में 526, गया में 861, सारण में 636 और पश्चिमी चंपारण में 516 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई। राज्य में एक दिन में 1 लाख 5 हजार 380 सैंपल की जांच की गई।
बड़ी संख्या में डॉक्टर और मेडिकल स्टॉफ संक्रमित
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की जद में बड़ी संख्या में डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी आ रहे हैं। इससे पटना के बड़े अस्पतालों में जांच व इलाज प्रभावित हो रहा है। 90 प्रतिशत स्टाफ संक्रमित होने के बाद कई निजी क्लीनिक और अस्पतालों का संचालन मुश्किल होने लगा है। कई बंद होने की कगार पर हैं।
उधर, पटना एम्स में 384 डॉक्टर-स्टाफ संक्रमित हुए हैं। इसमें से कुछ ठीक हो चुके हैं। बावजूद वर्तमान में14 फैकल्टी, 30 रेजीडेंट व 90 स्टाफ संक्रमित हैं। इससे एम्स में ओपीडी और कोविड उपचार प्रभावित हो रहा है। इसी तरह पीएमसीएच में प्राचार्य सहित 30 डॉक्टर व 49 कर्मियों के संक्रमित होने से जांच और इलाज प्रभावित हो गया है।
कोरोना की चपेट में आए सैकड़ों पुलिसकर्मी
बिहार में 200 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने संक्रमित पुलिस अधिकारियों और कांस्टेबलों के बेहतर इलाज के लिए कवायद शुरू कर दी है। जिन पुलिसकर्मियों में कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं उन्हें होम क्वारंटीन में रहने का निर्देश दिया गया है।