सकारात्मक सोच के साथ ही इंसान कोविड-19 से लड़ सकते हैं : आनंद पुष्कर
# सारी सुरक्षाओं को ध्यान में रखते हुए अपनी सुरक्षा करें
श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, छपरा (बिहार):
कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने के साथ ही सकारात्मक सोच रखना भी अत्यंत आवश्यक है। उक्त बातें दूरभाष पर समाजिक कार्यकर्ता आनंद पुष्कर ने कही। उन्होंने कहा कि पहले के लोग बराबर इस बातों को कहते आए हैं कि इंसान अपनी बीमारी को खुद बुलाता है । जैसे लोगों को सर्दी हो रही है तो वह सोच में पड़ जाते है कि कहीं मुझे कोरोना तो नहीं हो गया। खांसी से भी डर जाते हैं ।और घंटों इसी सोच में लगे भी रहते हैं । उन्होंने अपनी राय साझा करते हुए कहा कि कोविड की जांच जरूर कराएं। श्री पुष्कर ने बताया कि बुखार, खाँसी ही कोरोना के लक्षण नही भी हो सकते है यह मलेरिया या टायफाइड भी हो सकता है। उन्होंने खास कर नौजवानों से इस मामले में पहल करने की अपील की है । वैसे नेगेटिव सोचने वाले इंसान अपनी बीमारी को खुद बुलावा भेजते हैं। इसलिए अपने भी पॉजिटिव रहिए और अपने मित्रों को परिवार के सदस्यों को भी पॉजिटिव रहने का संदेश दीजिए। यह एक वैश्विक महामारी है जिसका सामना हम सबको मिलकर करना है। पर हम सभी इस वैश्विक महामारी का सामना उसी शर्त पर कर सकते हैं जब हम एक सकारात्मक ऊर्जा के साथ मिलकर कार्य करें। अन्यथा नकारात्मक ऊर्जा का परिणाम हर समय बुरा ही होता है । देश इस समय संकट की घड़ी में है और यह संकट की घड़ी को हम सब मिलकर ही एक शक्ति के रूप में एक होकर इस नकारात्मक घड़ी को दूर भगा सकते हैं । और कोरोना को हरा सकते हैं। इसलिए आइए हम सब मिलकर प्रतिज्ञा करें की कोरोना को हराना है और देश को जीताना हैं।
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