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देश में आए 3.86 लाख मामले,3498 लोगों की मौत. - श्रीनारद मीडिया

देश में आए 3.86 लाख मामले,3498 लोगों की मौत.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

देश में कोरोना वायरस की दूसरी कहर तेजी से बढ़ती जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण से देश में हर दिन रिकॉर्डतोड़ मामले सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटों में कोरोना ने एक बार फिर से रिकॉर्ड तोड़ दिया है। देश में बीते एक दिन में कोरोना के 3.86 लाख से अधिक कोरोना केस सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,86,452 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 3498 मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है।

वरिष्ठ टीवी पत्रकार रोहित सरदाना की मौत

वरिष्ठ टीवी पत्रकार रोहित सरदाना की मौत हो गई है। वह कोरोना से संक्रमित थे। वह फिलहाल देश के एक नामी न्यूज चैनल में एंकर के तौर पर काम कर रहे थे। इसको लेकर टीवी पत्रकार सुधीर चौधरी ने ट्वीट किया, ‘अब से थोड़ी पहले जितेंद्र शर्मा का फोन आया। उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ काँपने लगे। हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी। ये वायरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी। इसके लिए मैं तैयार नहीं था। यह भगवान की नाइंसाफ़ी है…। ॐ शान्ति।’ कहा जा रहा है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।

कोरोना संक्रमण के रिकार्डतोड़ मामले सामने आने से अब तक इस महामारी की चपेट में आने वालों की संख्या ब़़ढकर 1,87,54,925 हो गई। वहीं इस दौरान 3,501 और लोगों की मौत से मरने वालों की संख्या ब़़ढकर 2,08,313 हो गई। फिलहाल देश में 31,69,169 सक्रिय मामले हैं। इस दौरान 2,87,081 लोगों को अस्पताल से छुट्टी भी मिली जिससे अब तक ठीक हो चुके लोगों की संख्या 1,53,69,362 हो गई है।

भारत में कोरोना के मामलों की संख्या 7 अगस्त को 20 लाख के पार हुई थी। इसके बाद 16 सितंबर को 50 लाख। और 19 दिसंबर को एक करो़़ड के पा हुई थी। जबकि 1.50 का आंक़़डा इसी 19 अप्रैल को पार हुआ।

आइसीएमआर के अनुसार के अनुसार, 28 अप्रैल तक देश में 28,63,92,086 नमूनों की कोरोना जांच की जा चुकी है। बुधवार को 19,20,107नमूनों का परीक्षण किया गया। देश में जिन 3,501 और लोगों की मौत हुई उनमें से सबसे ज्यादा 771 लोग महाराष्ट्र के थे। इसके बाद दिल्ली में 395, छत्तीसग़़ढ में 251 लोगों की मौत हुई।

सर्वाधिक नए केस वाले राज्य

राज्य          नए मामले       कुल संक्रमित ([लाख में)]

महाराष्ट्र        66,159                 45.39

उत्तर प्रदेश   35,104                 12.17

केरल          38,607                  15.33

कर्नाटक      35,024                  14.74

दिल्ली         24,235                  11.22

छत्तीसगढ़    15,804                  7.13

राजस्थान      17,269                 5.80

गुजरात         14,327                5.53

तमिलनाडु      17,897               11.48

मध्य प्रदेश      12,762               5.50

देश में कोरोना की दूसरी लहर के चलते अफरातफरी का आलम है। अलग राज्‍यों से ऑक्सीजन की कमी की शिकायतें आ रही हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे उपलब्ध ऑक्सीजन को महत्वपूर्ण वस्तु की तरह लें और निजी व सरकारी सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की खपत की समीक्षा कराएं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि महामारी की शुरूआत से ही सरकार ने ऑक्सीजन बेड की प्रमुख क्लीनिकल जरूरत के तौर पर पहचान की थी।

केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मेडिकल ऑक्सीजन का विवेकपूर्ण इस्‍तेमाल सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही ऑक्‍सीजन की बर्बादी नहीं करने की गुजारिश की। गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव पीयूष गोयल ने कहा कि लोगों को मेडिकल ऑक्सीजन को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। देश में इसका पर्याप्त भंडार है। उन्‍होंने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण के अधिकतर मामलों में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ती है। सेचुरेशन स्तर नीचे जाने पर ही इसकी जरूरत पड़ती है। ऐसे में सभी को स्वास्थ्य मंत्रालय के सुझावों का पालन करना चाहिए।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि राज्यों को अस्पतालों और लोगों को जागरूक करना चाहिए है ताकि ऑक्सीजन की बर्बादी नहीं हो। मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव पीयूष गोयल ने बताया कि पूर्वी भारत के उत्पादनकर्ता राज्यों से उच्च मांग वाले उत्तर एवं मध्य भारत के राज्यों में ऑक्सीजन ढुलाई के मसले को हल किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि हम सभी को 24 घंटे ऑक्सजीन की आपूर्ति की कोशिशें कर रहे हैं। ऑक्‍सीजन की किल्‍लत दूर करने के लिए इसके अलावा भी कोशिशें की जा रही हैं।

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