अमनौर के विश्व प्रभा सामुदायिक भवन के परिसर में छुपा के रखे गए सांसद मद के एम्बुलेंस पर जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने सवाल उठाया
कोरोना काल मे लोग एम्बुलेंस के अभाव में अस्पताल नही पहुँच पा रहे है इधर एम्बुलेंस छुपाकर रखा गया है
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण, (बिहार):
प्रदेश मे कोरोना महामारी से प्रत्येक दिन सैकड़ो लोग प्रभावित हो रहे है मर रहे है।अस्पताल में नही एम्बुलेंस है ना ऑक्सीजन,लोगो मे हाहाकार मची हुई है।वही अमनौर के विश्व प्रभा सामुदायिक केंद्र परिसर में दो दर्जन से अधिक एम्बुलेंस खरी है। खड़े दर्जनों एम्बुलेंस पर जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने सरकार से जांच की मांग किया. शुक्रवार को पूर्व सांसद पप्पू यादव ने स्थानीय विश्वप्रभा समुदायिक केंद्र पहुंच वहां खड़े दर्जनों एम्बुलेंस देखकर दंग रह गए। एम्बुलेंस को तिरपाल से ढक कर चारो तरफ से टेंट से घेर कर छुपाया हुआ था।
इन्होंने इस पर सवाल खड़ा करते हुए सांसद राजीव प्रताप रुडी व सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना काल में जहां एक तरफ एम्बुलेंस की किल्लत से जनता जूझ रही है. एम्बुलेंस माफिया द्वारा एक किलोमीटर सात हजार रुपये तक वसूली कर रहे हैं. वहीं सांसद फंड (एमपीएलएडीएस) की दर्जनों एम्बुलेंस यहां क्यू खड़ी है. यह जांच का विषय है. इस मामले में सिविल सर्जन पर मुकदमा चलना चाहिए. यह सरकार लोकतंत्र को मार देने वाली है. इस परिस्थिति में मैं अपने घर बार छोड़ पीडित लोगों की मदद कर रहा हूं. वहीं सरकार व उसका सिस्टम मर चुकी है. क्यों नहीं सरकार कोरोना की दवाएं को फ्री कर रही है. इतनी संख्या में खड़ी एम्बुलेंस को सेवा में ले रही है. आज पूरा देश व प्रदेश में कोरोना से हालात खराब हो गए हैं. उन्होंने कहा कि हमने सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि निजी अस्पतालो को सरकार अपने हैंड ओवर करे. पप्पू यादव ने आगे कहा कि जबतक लोकतंत्र को मानवता को ये सरकार व नेता सिस्टम को मारते रहेंगे तबतक पप्पू यादव जनता की आवाज को जिंदा रखने का काम करता रहेगा. उक्त मौके पर मुख्य रूप से जाप के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचन्द सिंह, प्रदेश सचिव मनिष सिंह विशाल आदि लोग शामिल थे. इधर सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने पप्पू यादव पर टिपणी करते हुए कहा कि सस्ती लोकप्रियता को लेकर इस तरह के बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि एमपीएलएडीएस फंड से अबतक जिले में पचास एम्बुलेंस लोगों की सेवा दे रही हैं. बाकी बचे एम्बुलेंस को चलाने के लिए सिविल सर्जन, सारण को एम्बुलेंस ड्राइवर के लिए लिखा गया है. कोरोना को देखते हुए ड्राइवर नहीं मिल रहे हैं.सारण मे चिकित्सा सुविधा को लेकर फ्री कॉल सेंटर द्वारा पिछले कई वर्षों से कार्य कर रही है. एक कॉल पर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है.
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