निराश्रितों को खाना खिलाने के लिए चल रहा है कमन्युटी किचेन
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
पूरा देश कोरोना महामारी के संकट के दौर से गुजर रहा है। बिहार मे भी कोरोना संक्रमण का कहर जारी है। इसको देखते हुए सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया है। लॉकडाउन के गाइडलाइंस के तहत लोगों को घरों से निकलने की मनाही है। बाजार की दुकानें बंद है। ऐसे में भूमिहीन, गरीब,मजदूर तबके के समक्ष रोजी-रोटी के मौके खत्म होने से भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। इसको देखते हुए सरकार और जिला प्रशासन ने जिले के प्रत्येक प्रखंड में निराश्रितों, गरीबों और असहायों को खाना उपलब्ध कराने को लेकर कमन्युटी किचन खोला गया है। जिले के बड़हरिया मुख्यालय के बीआरसी में सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गयी है। इस सामुदायिक रसोई के माध्यम से समाज के बेसहारा और मजदूर तबके के लोगों को भोजन कराया जा रहा है। इसकी मॉनिटरिंग की जवाबदेही सीओ गौरव प्रकाश और देखरेख की जिम्मेवारी अंचल निरीक्षक राजेंद्र चौधरी को दी गयी है। लॉकडाउन में गरीबों को भूखरूपी दानव का सामना नहीं करना पड़े। इस लिए स्थानीय पूरी तन्मयता से जुटा है। शुरुआती दौर में तो जानकारी के अभाव में भोजन करने की संख्या कम रही। लेकिन अब गरीब निराश्रितों को गुणवत्तापूर्ण व पौष्टिक भोजन करने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। विदित हो कि लॉकडाउन के चलते प्रखंड के समाज के सैकड़ों गरीब, दिव्यांग, निराश्रितों आदि के सामने रोटी का संकट उभरकर सामने आये, इसके पहले ही सरकार दूरदर्शी पहल करते हुए कम्यूनिटी किचन की शुरुआत कर दी है। इस किचेन के खोलने के पीछे मकसद है कि प्रखंड के किसी भी असहाय, गरीब,निराश्रित, मजबूर को भूखा न रहना पड़े। सीओ गौरव प्रकाश ने बताया कि खाने की गुणवत्ता व व्यवस्था बेहतर रहे इसकी कोशिश की जा रही है। स्वच्छता का खासा ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रसाशन का मकसद है कि कोई भी भूखा न रहे। इसके संचालन का दायित्व अंचल निरीक्षक राजेंद्र चौधरी,राजस्व कर्मचारी सुदीश कुमार, शैलेश कुमार सिंह आदि को दिया गया है।
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