भटकेशरी के पूर्व मुखिया व कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष काली कुमार नहीं रहे,बुद्धिजीवियों में शोक की लहर
कोरोना से जंग हार गये कांग्रेस नेता व पूर्व मुखिया
# मुखिया महराजगंज के कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे के बहुत करीबी थे
श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, जलालपुर, सारण (बिहार):
सारण जिले के जलालपुर प्रखंड के भटकेशरी पंचायत के पूर्व मुखिया व कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष काली कुमार प्रसाद अब इस दुनिया में नहीं रहे। सूत्रों के मुताबिक इनका चार दिन पहले बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ़ होने पर इलाज के लिए परिजनों ने पटना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के क्रम में मंगलवार के सुबह उनकी मृत्यु हो गई। मुखिया की पत्नी पन्द्रह वर्ष पूर्व ही स्वर्गलोक चली गई। जीवन में बहुत ही संघर्ष एवं सोशल जीवन व्यतीत करते हुए मुखिया अपने पुत्र एवं पुत्री का भरण पोषण किया। मुखिया की मृत्यु की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पुत्र एवं पुत्री के अलावा परिवार के पूरे सदस्यों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। परिवार के सदस्यों के चीत्कार से उपस्थित लोगों की भी आँखे नम हो गई।
# महराजगंज के कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे के बहुत ही करीबी थे पूर्व मुखिया
मांझी के पूर्व विधायक व महराजगंज के निवर्तमान कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे ने पूर्व मुखिया काली कुमार प्रसाद के मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया।विधायक ने कहा कि पूर्व मुखिया के आसमयिक मृत्यु से मांझी विधानसभा में कांग्रेस को काफी क्षति हुई । श्री दुबे ने मुखिया के पुत्र व पुत्र को सांत्वना दी। उन्होंने शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। वहीं मांझी विधायक डॉ सतेन्द्र कुमार यादव ने मुखिया के आसमयिक मृत्यु पर अपनी संवेदना व्यक्त की है। शोक व्यक्त करने वालो में मुख्य रूप से कांग्रेस के जगा सिंह,भटकेशरी के मुखिया श्री राम राय,पूर्व पैक्स अध्यक्ष प्रभात कुमार पांडेय,पैक्स अध्यक्ष राजन सिंह,भटकेशरी के सरपंच रामचंद्र तिवारी, नवादा के पूर्व मुखिया बिसुनी राय,नवादा के मुखिया सह बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह सहित सैकड़ों प्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया।
# पंचायत में मुखिया बनने के बाद शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किया
काली कुमार प्रसाद को पंचायत के मुखिया बनने के बाद शिक्षा में काफी सुधार हुआ। पंचायत में पड़ने वाले दो मिडिल स्कूल एवं एक प्राइमरी स्कूल में पूरी पारदर्शिता के साथ पंचायत में योग्य शिक्षकों की बहाली की।वही शिक्षकों की पूर्ति होने के बाद गम्हरिया विद्यालय को उत्क्रमित करने का कार्य किया। इनके कार्य काल मे चरमराई शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आई। इनके मृत्यु की सूचना मिलते ही शिक्षकों में मायूसी छा गई । वहीं कई बुद्धिजीवियों ने कहा कि पंचायत के एकलौता मुखिया थे जिन्होंने अपने परिवार के किसी भी सदस्यों को नौकरी नहीं दी। जो मुखिया के ईमानदारी को दर्शाता है। शोक व्यक्त करने वालो में शिक्षक मनोज तिवारी, सतेंद्र प्रसाद,ताराशंकर महतो,अजमल शाह,मुकेश वर्मा,शशिकांत प्रसाद,उषा देवी,संगीता कुमारी,क्षमा देवी,देवंती देवी,इमरान जुम्मा,सुरेश कुमार, मुकेश पांडेय,मधु कुमारी,सारिका कुमारी,संतोष कुमार, कामेश्वर प्रसाद के अलावा गम्हरिया के प्रधानाध्यापिका मंजू कुमारी,रूसी के ज्ञानती देवी, भटकेशरी के शैलेंद्र सिंह पूर्व समन्वयक मनिंद्र कुमार पांडेय आदि।
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