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कोरोना काल में टीबी मरीजों के लिए मददगार बनेगा ‘टीबी आरोग्य साथी’ मोबाइल एप

 

कोरोना काल में टीबी मरीजों के लिए मददगार बनेगा ‘टीबी आरोग्य साथी’ मोबाइल एप

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• अब यक्ष्मा रोगी को 2 माह की दवा एक ही बार में मिलेगी
• निक्षय पोषण योजना के तहत मिलते हैं 500 रुपये
• हर व्यक्ति की नि:शुल्क जांच व इलाज

श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा,छपरा (बिहार):

क्षय रोग से ग्रसित मरीजों का टीबी आरोग्य साथी एप मददगार बनेगा। इस एप के माध्यम से रोगी न सिर्फ अपनी प्रगति रिपोर्ट देख पाएगा, बल्कि टीबी से संबंधित समस्त जानकारी उसे प्राप्त होगी। साथ ही मरीज अपना आईडी डाल निश्चय योजना द्वारा मिलने वाली राशि की स्थिति देख सकता है एवं दवा की भी विस्तृत जानकारी मिलेगी। यह एक ऐसा प्लेटफार्म होगा, जहां टीबी से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध होगी। सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार ने बताया टीबी के मरीज को कोविड 19 महामारी में परेशानी ना हो इसके लिए मरीज की सुविधा के लिए 2 माह की दवा एक ही बार दी जाएगी। मरीज अपने नजदीकी डॉट सेंटर से जाकर दवा ले सकते हैं। प्ले स्टोर से इस एप को डाउनलोड किया जा सकता है।

एप के माध्यम से मिलेगी कई सुविधाएं:
एनटीईपी के तहत पंजीकृत रोगियों के लिए यह डिजिटल रिकार्ड तक पहुंचने के लिए एक पोर्टल की तरह कार्य करेगा। इसके अंतर्गत टीबी परीक्षण और उपचार विवरण, विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं के तहत देय राशि का विवरण, स्वास्थ्य प्रदाता तक पहुंच और उपचार या किसी भी जानकारी के लिए अनुरोध किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त टीबी से संबंधित समस्त जानकारी, टीबी जांच एवं उपचार की नजदीकी सुविधा, टीबी के जोखिम का आकलन करने के लिए स्क्रीनिंग टूल, पोषण संबंधी सहायता एवं परामर्श आदि।

निक्षय पोषण योजनाके तहत मिलते हैं 500 रुपये:
टीबी के मरीजों को उचित खुराक उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से निक्षय पोषण योजना चलायी गयी है। जिसमें टीबी के मरीजों को उचित पोषण के लिए 500 रुपये प्रत्येक महीने दिए जाते हैं। यह राशि उनके खाते में सीधे पहुंचती है। सरकार की मंशा है कि टीबी के मरीजों में 2025 तक 90 प्रतिशत की कमी लायी जा सके।

हर व्यक्ति की नि:शुल्क जांच व इलाज:
सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार ने बताया जिले के सभी प्रखंडों में प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी के मरीजों के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है। जहां पर वह अपना इलाज करा सकते हैं । इसके साथ उनको नि:शुल्क दवा भी दी जाती है। जो नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है। इससे टीबी के मरीजों को काफी सहूलियत होती है। टीबी मुक्त बनाने का संकल्प है और इसीलिए टीबी रोग की रोकथाम के विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। टीबी रोगी सघन खोज अभियान में टीबी के लक्षण मिलने पर उसके बलगम की जांच की जाती है। साथ ही टीबी रोग पर नियंत्रण करने के लिए लोगों को सावधानियां बताते हुए जागरूक करने का प्रयास भी किया गया है।

टीबी (क्षयरोग) के लक्षण:

• लगातार 3 हफ्तों से खांसी का आना और आगे भी जारी रहना
• खांसी के साथ खून का आना
• छाती में दर्द और सांस का फूलना
• वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना
• शाम को बुखार का आना और ठंड लगना
• रात में पसीना आना

 

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